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अर्बन पीएचसी के हाल बेहाल, जांच-प्रसव की सुविधा पड़ी ठप - इलाज की सेवाएं बेपटरी

राजधानी लखनऊ में स्थित अर्बन पीएचसी सेंटरों की हालत इन दिनों कोरोना के चलते खराब है. इन सेंटरों के डॉक्टरों और स्टॉफ की ड्यूटी कोविड अस्पतालों या वैक्शिनेशन केंद्रों पर लगा दी गई है. जिसके चलते सामान्य उपचार की सेवाएं भी बेपटरी हो गई हैं.

अर्बन पीएचसी के हाल बेहाल.
अर्बन पीएचसी के हाल बेहाल.
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Published : Mar 31, 2021, 5:13 PM IST

लखनऊः शहर में नगरीय स्वास्थ्य केंद्रों पर इलाज की सेवाएं बेपटरी हो गई हैं. दरअसल इन केंद्रों पर तैनात डॉक्टर, टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट की ड्यूटी कोविड में लगी है. ऐसे में जांच से लेकर प्रसव तक की सुविधा ठप है. लिहाजा नर्स ही मरीजों को देखकर दवा बांट रहीं हैं.

अर्बन पीएचसी के हाल बेहाल.
राजधानी में 52 अर्बन पीएचसी हैं. इनमें से सभी पर डे केयर की सुविधा है. वहीं 15 स्वास्थ्य केंद्रों को डिलीवरी प्वाइंट बनाया गया है, मगर, कोविड काल के शुरू होते ही इन केंद्रों प्रसव सुविधा ठप है. इन केंद्रों की हकीकत जानने के लिए उजरियां स्वास्थ्य केंद्र पर 'ईटीवी भारत' की टीम सुबह 10 बजे पहुंची. केंद्र पर प्रभारी डॉ पद्मजा रानी नहीं थीं. फोन करने पर जानकारी मिली कि उनकी सीएचसी इंदिरानगर में ड्यूटी लगाई गई है. इस दौरान केंद्र पर नर्स मुंद्रिका मरीजों को देखकर दवा दे रहीं थीं. कागजों पर पीएचसी पर कुल 14 स्टाफ की तैनाती की गई है, लेकिन यहां के फार्मासिस्ट की विशेष ड्यूटी, लैब टेक्नीशियन की कोविड ड्यूटी और एएनएम वैक्सीनेशन में लगाई गई थी. ऐसे में पीएचसी पर सामान्य उपचार की सेवाएं लड़खड़ाई हुई मिली.


इन केंद्रों पर बंद प्रसव सुविधा
अर्बन पीएचसी बुद्धेश्वर, छितवापुर एचपी, छितवापुर यूएफडब्लूसी, जियामऊ, लालबाग, महानगर, राजाबाजार, सहादतगंज, सेवा सदन, मवैया, नाका, नीलमथा, राजेंद्र नगर, सदर समेत सभी चयनित केंद्रों पर प्रसव सेवा बंद हैं.

इन सुविधाओं के हैं दावे
अर्बन पीएचसी पर चिकित्सकीय परामर्श, सामान्य स्वास्थ्य एवं ब्लड जांच, प्रसव उपरांत देखभाल,बुधवार-शनिवार टीकाकरण, परिवार कल्याण सेवाएं, प्रसव पूर्व एएनसी चेकअप, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाएं,गर्भनिरोधक सामग्री का वितरण, कॉपर टी की सुविधा, डे केयर की सुविधा, मुफ़्त दवा की सुविधा उपल्ब्ध होने के दावे स्वास्थ्य विभाग करता है.

ई-सेवा भी बेपटरी
राजधानी में बनाई गई 52 शहरी पीएचसी में से 33 को ई-पीएचसी बनाया गया है. यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पीएचसी के डॉक्टर मरीजों को कनेक्ट कर विशेषज्ञों से परामर्श करा सकते हैं, मगर 15 पीएचसी पर अभी डॉक्टर ही नहीं हैं. वहीं ई-सिस्टम भी ठप है. कई केंद्रों के डॉक्टरों की कोविड में ड्यूटी लगी होने से मरीज विशेषज्ञ से परामर्श लेकर इलाज नहीं करा पा रहे हैं.

मेरी ड्यूटी सीएचसी इंदिरा नगर में लगी है. ऐसे में उपलब्ध स्टाफ ही मरीजों को उपचार मुहैया करा रहा है.
-डॉ पद्मजा रानी, प्रभारी, उजरियांव पीएचसी

कोरोना का संक्रमण बढ़ गया है. ऐसे में वायरस के नियंत्रण पर मुख्य फोकस किया जा रहा है. लिहाजा, कोविड ड्यूटी में स्टाफ को लगाया गया है. मरीजों को अन्य सेवाएं भी मुहैया कराने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.
-डॉ एपी सिंह, नोडल ऑफीसर, अर्बन पीएचसी

लखनऊः शहर में नगरीय स्वास्थ्य केंद्रों पर इलाज की सेवाएं बेपटरी हो गई हैं. दरअसल इन केंद्रों पर तैनात डॉक्टर, टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट की ड्यूटी कोविड में लगी है. ऐसे में जांच से लेकर प्रसव तक की सुविधा ठप है. लिहाजा नर्स ही मरीजों को देखकर दवा बांट रहीं हैं.

अर्बन पीएचसी के हाल बेहाल.
राजधानी में 52 अर्बन पीएचसी हैं. इनमें से सभी पर डे केयर की सुविधा है. वहीं 15 स्वास्थ्य केंद्रों को डिलीवरी प्वाइंट बनाया गया है, मगर, कोविड काल के शुरू होते ही इन केंद्रों प्रसव सुविधा ठप है. इन केंद्रों की हकीकत जानने के लिए उजरियां स्वास्थ्य केंद्र पर 'ईटीवी भारत' की टीम सुबह 10 बजे पहुंची. केंद्र पर प्रभारी डॉ पद्मजा रानी नहीं थीं. फोन करने पर जानकारी मिली कि उनकी सीएचसी इंदिरानगर में ड्यूटी लगाई गई है. इस दौरान केंद्र पर नर्स मुंद्रिका मरीजों को देखकर दवा दे रहीं थीं. कागजों पर पीएचसी पर कुल 14 स्टाफ की तैनाती की गई है, लेकिन यहां के फार्मासिस्ट की विशेष ड्यूटी, लैब टेक्नीशियन की कोविड ड्यूटी और एएनएम वैक्सीनेशन में लगाई गई थी. ऐसे में पीएचसी पर सामान्य उपचार की सेवाएं लड़खड़ाई हुई मिली.


इन केंद्रों पर बंद प्रसव सुविधा
अर्बन पीएचसी बुद्धेश्वर, छितवापुर एचपी, छितवापुर यूएफडब्लूसी, जियामऊ, लालबाग, महानगर, राजाबाजार, सहादतगंज, सेवा सदन, मवैया, नाका, नीलमथा, राजेंद्र नगर, सदर समेत सभी चयनित केंद्रों पर प्रसव सेवा बंद हैं.

इन सुविधाओं के हैं दावे
अर्बन पीएचसी पर चिकित्सकीय परामर्श, सामान्य स्वास्थ्य एवं ब्लड जांच, प्रसव उपरांत देखभाल,बुधवार-शनिवार टीकाकरण, परिवार कल्याण सेवाएं, प्रसव पूर्व एएनसी चेकअप, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाएं,गर्भनिरोधक सामग्री का वितरण, कॉपर टी की सुविधा, डे केयर की सुविधा, मुफ़्त दवा की सुविधा उपल्ब्ध होने के दावे स्वास्थ्य विभाग करता है.

ई-सेवा भी बेपटरी
राजधानी में बनाई गई 52 शहरी पीएचसी में से 33 को ई-पीएचसी बनाया गया है. यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पीएचसी के डॉक्टर मरीजों को कनेक्ट कर विशेषज्ञों से परामर्श करा सकते हैं, मगर 15 पीएचसी पर अभी डॉक्टर ही नहीं हैं. वहीं ई-सिस्टम भी ठप है. कई केंद्रों के डॉक्टरों की कोविड में ड्यूटी लगी होने से मरीज विशेषज्ञ से परामर्श लेकर इलाज नहीं करा पा रहे हैं.

मेरी ड्यूटी सीएचसी इंदिरा नगर में लगी है. ऐसे में उपलब्ध स्टाफ ही मरीजों को उपचार मुहैया करा रहा है.
-डॉ पद्मजा रानी, प्रभारी, उजरियांव पीएचसी

कोरोना का संक्रमण बढ़ गया है. ऐसे में वायरस के नियंत्रण पर मुख्य फोकस किया जा रहा है. लिहाजा, कोविड ड्यूटी में स्टाफ को लगाया गया है. मरीजों को अन्य सेवाएं भी मुहैया कराने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.
-डॉ एपी सिंह, नोडल ऑफीसर, अर्बन पीएचसी

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