लखनऊ : दीपावली के पहले आम जनता के साथ-साथ दुकानदारों में काफी उत्साह होता है. हर कोई बजार से नए-नए सामान लाना चाहता है. वहीं दुकानदारों को खुशी रहती है कि इस बार उनकी बिक्री बढ़ेगी तो उन्हें मुनाफा भी ज्यादा होगा. इस बार दीपावली का पर्व 4 नवंबर को मनाया जा रहा है. दीपावली से पहले दुकानदारों के सामान से बाजार भी सज गए हैं. लेकिन बिक्री कम होने से दुकानदारों में निराशा है. उनकी मानें तो इस बार हर साल से कम बिक्री हो रही है. क्योंकि महंगाई इतनी ज्यादा है कि लोग खरीदारी कम कर रहे हैं.
ईटीवी भारत की टीम जब राजधानी लखनऊ के निशातगंज पहुंची तो वहां देखा कि फुटपाथ पर लावा, गट्टे जैसे सामान को बेचने के लिए दुकानदारों ने दुकान को लगा रखा है. ईटीवी भारत ने उनसे बात किया तो उन लोगों ने बताया कि इस बार उन लोगों की कमाई बिल्कुल नहीं है, क्योंकि महंगाई बहुत ज्यादा है. कोरोना के चलते लोग बेरोजगार हो गए हैं. और जिन लोगों के पास नौकरी बची है वे लोग भी खरीदारी नहीं कर रहे हैं. साल 2019 और 2020 में कोरोनावायरस ने तबाह कर दिया था. साल 2021 में कमाई की उम्मीद थी, लेकिन लोग बाजार में नहीं आ रहे हैं.
सामान | 2020 का भाव | 2021 का भाव |
चूड़ा | 40 | 60 |
लावा | 100 | 160 |
सफेद गट्टा | 120 | 180 |
छोटा गट्टा | 20 | 40 |
बतासा | 60 | 100 |
रेवड़ी (पैकेट) | 20 | 30 |
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मोमबत्ती बेच रहे दुकानदार ने यहां तक कह दिया कि वे लोग मजबूरी में इस काम को कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें परिवार चलाना है. महंगाई अधिक होने की वजह से उन्हें मुनाफा भी कम हो रहा है. उनका कहना था कि अगर सामानों के दाम कम होते तो उनकी कमाई ज्यादा होती, क्योंकि तब अधिक संख्या में लोग खरीदारी करते. दुकानदारों का कहना था कि जिस तरह से महंगाई आसमान छू रही है, इसे सरकार को नियंत्रित करना चाहिए. दुकानदारों ने एक स्वर में कहा कि सरकार अगर चाहे तो महंगाई को कम कर सकती हैं, लेकिन सरकार ऐसा नहीं कर रही है. महंगाई की वजह से लोगों की कमर टूट रही है. उनका कहना था कि वे लोग बीते 5 सालों से यहां पर दीपावली के मौके पर दुकान लगाते आ रहे हैं, लेकिन हर बार की अपेक्षा इस बार महंगाई ज्यादा है, और कमाई बहुत कम है.