लखनऊ : ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड की एक अहम बैठक बुधवार को लखनऊ में आयोजित हुई. इस बैठक में देश के अलग-अलग हिस्सों से शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्यों ने शिरकत की. बैठक में मुसलमानों के तमाम मुद्दों के साथ यूनिफॉर्म सिविल कोड का मुद्दा सरगर्म रहा. बैठक में यह तय हुआ कि यूनिफॉर्म सिविल कोड के खिलाफ जल्द बोर्ड का एक प्रतिनिधमंडल पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर अपनी बात रखेगा.
बैठक के बाद शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि इस मीटिंग में ज्ञानवापी मस्जिद, यूनिफॉर्म सिविल कोड, इबादतगाहों के संरक्षण, हिजाब और मौजूदा दौर में चल रहे लाउडस्पीकरों के साथ वक्फ हुसैनाबाद ट्रस्ट से जुड़े मामले हैं. मौलाना ने कहा कि प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट 1991 में छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए. हमारे मुल्क में अगर कहीं से अल्लाह हु अकबर की आवाज आती है तो कहीं मंदिर से दूसरी आवाज आती है.
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मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि हमारा मुल्क इत्तिहाद का है जहां हिन्दू-मुसलमान दोनों ही पाए जाते हैं. इस मुल्क के आपसी सौहार्द को हम किसी को तोड़ने नहीं देंगे. यासूब अब्बास ने कहा कि यूनिफार्म सिविल कोड के साथ मुसलमानों के मौजूदा हालात पर हमारा एक प्रतिनिधमंडल प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से मुलाकात करेगा. उन्होंने कहा कि अगर ड्रेस पर कोई हिजाब पहनकर अपने आपको ढके हुए है तो इससे दूसरों को तकलीफ क्या है.
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