लखनऊ: सऊदी सरकार से जन्नतुल बकी की दोबारा निर्माण की मांग को लेकर राजधानी में हर साल की तरह इस साल भी शिया समुदाय ने विरोध प्रदर्शन किया. लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के मद्देनज़र इस बार प्रदर्शन शहीद स्मारक पर नहीं होके शिया धर्मगुरु मौलना यासूब अब्बास के आवास के पास अवध प्वॉइंट पर हुआ.
विरोध प्रदर्शन की अध्यक्षता शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता और धर्मगुरु मौलना यासूब अब्बास ने बताया कि सऊदी अरब में जन्नतुल बकी को ढाये जाने के विरोध में हर साल की तरह इस साल भी विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. हमारी मांग है कि पैगम्बर मोहम्मद साहब की इकलौती बेटी हजरत फातिमा की मज़ार को दोबारा बनवाया जाए. हालांकि हर वर्ष इस दिन यह प्रदर्शन राजधानी लखनऊ की शहीद स्मारक पर हुआ करता था जिसमें शिया समुदाय के सैकड़ों लोग शामिल हुआ करते थे, लेकिन इस वर्ष सोशल डिस्टेंसिंग के तहत कुछ लोगों ने हाथों में तख्तियां और बैनर लेकर अपना विरोध दर्ज कराया है. इसी के तहत वरिष्ठ शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद ने इस वर्ष घर से रहते हुए ऑनलाइन ही प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया.
गौरतलब है कि पैगम्बर मोहम्मद साहब की बेटी फातिमा जहरा की मजार को को सऊदी सरकार ने 1925 में तुड़वा दिया था. तब से लेकर अब तक शिया समुदाय जनाबे फ़ातिमा ज़हरा की मज़ार के निर्माण के लिए मांग करता आ रहा है.