लखनऊ: जिले में सैकड़ों साल पुराने धार्मिक स्थल हजरतगंज स्थित शाहनजफ के इमामबाड़े की दीवार गिर जाने पर विवाद खड़ा हो गया है. जल निगम की देखरेख में हो रहे सीवर लाइन के काम के दौरान अधिकारियों की लापरवाही से शाहनजफ इमामबाड़े की दीवार ध्वस्त हो गई. इस पर ऑल इंडिया शिया चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास ने कड़ा रुख अपनाते हुए दोषी अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.
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ऑल इंडिया शिया चांद कमेटी के अध्यक्ष ने जताया विरोध
हुसैनाबाद ट्रस्ट के अधीन आने वाले ऐतिहासिक शाहनजफ इमामबाड़े की दीवार जल निगम के अधिकारियों की लापरवाही की भेंट चढ़ गई. बताया जा रहा है कि यहां पर सिवर लाइन बिछाने का कार्य चल रहा था. अधिकारियों की लापरवाही के चलते ऐतिहासिक धर्मस्थल की दीवार गिर गई. इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए ऑल इंडिया शिया चांद कमेटी के अध्यक्ष और मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना सैफ अब्बास ने विरोध दर्ज कराया है.
संरक्षित इमारतों में शुमार है शाहनजफ इमामबाड़ा
मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि हुसैनाबाद ट्रस्ट हिंदुस्तान का महत्वपूर्ण ट्रस्ट है, जिसके अधीन कई ऐतिहासिक इमारतें आती हैं. इसमें शाहनजफ का इमामबाड़ा भी शामिल है. मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि जल निगम की ओर से वहां पर स्मार्ट सिटी की योजना के अंतर्गत काम चल रहा था. अधिकारियों की लापरवाही के चलते ऐतिहासिक इमामबाड़े की दीवार गिर गई, जो निंदनीय है. उन्होंने अधिकारियों के इस कार्य की सख्त अल्फाजों में निंदा की. उन्होंने कहा कि अधिकारियों पर तुरंत एफआईआर दर्ज होनी चाहिए. मौलाना सैफ अब्बास ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह कोई पहला मामला नहीं है जब हुसैनाबाद ट्रस्ट को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई है. इससे पहले भी कई बड़ी लापरवाहियां दूसरे विभागों के द्वारा की जा चुकी हैं.