लखनऊ: राजधानी के पीजीआई थाने में एसएसबी में तैनात सिपाही के साथ सात लाख (Seven lakh cheated from SSB soldier ) की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. पीड़ित ने जय हिंद वेलफेयर सोसाइटी (Jai Hind Welfare Society) में पूर्व आईपीएस अधिकारी सहित अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
एसएसबी में तैनात सिपाही मिथिलेश कुमार मिश्रा (Constable Mithilesh Kumar Mishra) का आरोप है कि जय हिंद वेलफेयर सोसाइटी में रिटायर आईजी सीआरपीएफ जोगिंदर सिंह, पूर्व आईजी बीएसएफ अनिल वर्मा सहित कई कई बड़े अधिकारी शामिल है, जो कि सेवारत और सेवानिवृत्त सुरक्षाबलों को आवास दिलाने का काम करते है. इसी कारण उन्होंने लखनऊ के वृंदावन में प्लाट खरीदने का निर्णय लिया और एजेंट विकास से संपर्क किया. 13 दिसंबर 2019 से 27 दिसंबर 2020 तक किस्तों में करीब 7 लाख रुपए जमा कर दिए. इसके बाद उन्हें वृंदावन कॉलोनी में प्लाट देने की बात कही गई थी.
मिथिलेश ने आगे बताया कि जब जमीन नहीं मिली तो उन्होंने जय हिंद वेलफेयर सोसाइटी से संपर्क किया. पर जय हिंद वेलफेयर सोसाइटी ने न ही उन्हें जमीन दी ना ही उनका पैसा वापस लौटाया, जिसके बाद मिथिलेश ने अपने आप को ठगा महसूस किया और तत्काल पीजीआई थाने में सोसायटी के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, 2 सदस्य और एजेंट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया. इंस्पेक्टर बृजेश कुमार यादव ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है. जांच की जा रही है.
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