लखनऊ: राजधानी लखनऊ को जाम से मुक्ति दिलाए जाने को लेकर ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट को शुरू करने से पहले सेतु निगम ने सर्वे रिपोर्ट लोक निर्माण विभाग को सौंप दी है. सेतु निगम के एमडी अरविंद श्रीवास्तव के मुताबिक ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण गोमती नदी के किनारे कराया जाना प्रस्तावित है. उसको लेकर हमने विस्तृत सर्वे रिपोर्ट लोक निर्माण विभाग को सौंप दी है. सर्वे रिपोर्ट के अनुसार ग्रीन कॉरिडोर प्रोडक्ट के अंतर्गत सात नए फ्लाईओवर बनाए जाएंगे और इनके निर्माण का काम सेतु निगम की तरफ से कराया जाएगा और यह काम दिवाली के आसपास शुरू होगा.
दूर होगी जाम की बड़ी समस्या
राजधानी लखनऊ के किसान पथ से लेकर आईआईएम रोड तक गोमती नदी के किनारे ग्रीन कॉरिडोर बनाए जाने का प्रस्ताव पिछले साल हुआ था. जिसके बाद इसके निर्माण को लेकर तैयारी की जा रही है. प्रोजेक्ट को लेकर पूरा सर्वे रिपोर्ट सेतु निगम के स्तर पर किया गया है और सर्वे रिपोर्ट को लोक निर्माण विभाग को सौंप दिया गया है. गोमती नदी तट के दोनों तरफ यह फ्लाईओवर बनाए जाएंगे इनकी संख्या सात होगी.
यहां बनेंगे फ्लाईओवर
फ्लाईओवर शहीद पथ, पिपराघाट, समता मूलक चौराहा, निशातगंज, हनुमान सेतु, डालीगंज, खदरा के पास बनाए जाएंगे. इन फ्लाई ओवर के बनाए जाने से गोमती नगर से पुराने लखनऊ जाने वाले लोगों को ट्रैफिक जाम से बड़ी निजात मिल सकेगी.
1282 करोड़ से बनेंगे फ्लाईओवर
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता राजीव राय ने बताया कि गोमती नगर के अंबेडकर चौराहा, समता मूलक चौराहा और गोमती बैराज तक करीब डेढ़ किलो मीटर लंबा फ्लाईओवर बनाया जाएगा. इस पूरे प्रोजेक्ट के अंतर्गत सड़क बनाने का काम लोक निर्माण विभाग की तरफ से कराया जाएगा, तो जितने भी सात फ्लाईओवर बनने हैं. पुल के निर्माण का काम सेतु निगम की तरफ से कराया जाएगा. इसमें करीब 1282 करोड़ रुपए का खर्च अनुमानित है.
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वहीं लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश का कहना है कि ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट के निर्माण को लेकर टाटा कंसलटेंसी का चयन किया गया है और इस कंपनी के द्वारा डीपीआर बनाने का काम किया जा रहा है. जल्द ही डीपीआर रिपोर्ट मिलने के बाद आगे टेंडर प्रक्रिया का काम पूरा कराया जाएगा.