लखनऊ: संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ में गेस्ट्रोलॉजी विभाग ने इंडियन सोसायटी ऑफ गेस्ट्रोलॉजी का आयोजन किया. इस दो दिवसीय वार्षिक अधिवेशन में देश के प्रख्यात उदर विशेषज्ञों ने भाग लिया.
इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर बिलिअरी साइंस के डॉक्टर एसके मेदांता और मेडिसिटी गुड़गांव के डॉ रणधीर सूद समेत तमाम डॉक्टरों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया. कार्यक्रम में रोगों पर विस्तार से चर्चा की गई. अधिवेशन के दूसरे दिन गेस्ट्रिक व निकल ब्लीडिंग एंडोस्कोपी, ब्लू इंजेक्शन ओपन ड्रेनेज एंड बिलिअरी ड्रेनेज पर लिबर्टी सौंपी गई.
टीबी की दवाई खाने वाले मरीजों की यदि अचानक भूख कम हो जाए. उल्टी हो तो उसे नजरअंदाज ना करें. लीवर फंक्शन टेस्ट की जांच कराए. ये बातें गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ संजय मोहिंद्रा ने कही. उन्होंने कहा कि खाना खाने के 2 घंटे बाद सोए. बैठकर काम करने वाले लोगों के पेट निकलने की संभावना हो जाती है, जिससे डायबिटीज ज्यादा बढ़ जाता है.
पीजीआई के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर बीए सारस्वत ने बताया कि रोजाना करीब 45 मिनट की कसरत करके आप कई बीमारियों से बच सकते हैं. एक्सरसाइज में तेज चलना, साइकिल चलाना, तैरना आदि कुछ भी कर सकते हैं.