लखनऊ: राजधानी लखनऊ के वजीरगंज स्थित ऑलमाइटी अस्पताल में मरीज की मौत के मामले में मृत परिजनों का कहना है कि पैसे के लालच में डाॅक्टरों ने सही से इलाज नहीं किया. परिजनों का कहना है कि अस्पताल की लापरवाही की जांच करा कर कार्रवाई की मांग की जाएगी.
मृतक के भाई ने लगाए गंभीर आरोप
मृतक रवि यादव के भाई वीर सिंह ने बताया कि अस्पताल में भर्ती होने के बाद उसे मोहनलालगंज के निजी अस्पताल में सर्जरी के लिए भेज दिया गया था. वहां पर ऑपरेशन के बाद मरीज को फिर से ऑलमाइटी अस्पताल लाया गया. इसकी जानकारी हमें नहीं दी गई थी. उसने बताया कि पैसों की वसूली के लिए सही से इलाज नहीं किया गया. इस कारण भाई की मौत हो गई.
वहीं अस्पताल संचालक आलोक सिंह ने बताया कि मरीज को दूसरे अस्पताल में भेजने से पहले परिजनों ने सहमति दी थी. इसके बाद ही मरीज को दूसरे अस्पताल भेजा गया था. अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनूप श्रीवास्तव ने बताया कि यदि परिजनों की सहमति के बिना मरीज को एक अस्पताल से दूसरे में भेजा गया है, तो यह गलत है. मामले की जांच की जाएगी.
यह है पूरा मामला
बता दें कि बीते 30 नवंबर को काकोरी निवासी रवि यादव सड़क दुर्घटना में घायल हो गया था. सूचना पर पहुंची पुलिस उसे इलाज के लिए ट्रामा सेंटर लेकर गई थी. मृतक के भाई ने बताया कि ट्रामा सेंटर में बेड नहीं मिलने पर वहां मौजूद कुछ लोगों ने उसके भाई को घायल हालत में वजीरगंज स्थित ऑलमाइटी अस्पताल में भर्ती कराया था.