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यूपी के नए DGP बोले- माफिया को औकात में रखेंगे, सिर के बाल तक का तैयार होगा डाटा

राज्य के नए कार्यवाहक डीजीपी राज कुमार विश्वकर्मा ने कार्यभार संभालते ही अपराधियों और माफिया को कड़ा संदेश दिया है. उन्होंने कहा है कि यूपी में कानून से खिलवाड़ करने वालों को कतई बख्शा नहीं जाएगा. अपराधियों और माफिया का के सिर के बाल से लेकर उनके रिश्तेदारों और सहयोगियों का डाटा तैयार कर कार्रवाई की जाएगी.

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Published : Mar 31, 2023, 7:56 PM IST

लखनऊ : डीएस चौहान के रिटायर होने के बाद 1988 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी राज कुमार विश्वकर्मा ने कार्यवाहक डीजीपी का पद ग्रहण कर लिया है. इस मौके पर उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी यूपी में कानून का राज कायम करना और अपराधियों पर लगाम लगाने को होगी. उन्होंने कहा अपराधियों का एक डाटा बनाया जाएगा जिसमें अपराधी माफिया के सिर के बाल से लेकर उनके रिश्तेदारों और सहयोगियों की सूची बनाई जाएगी.

राज्य के नए कार्यवाहक डीजीपी राज कुमार विश्वकर्मा ने कुर्सी संभालते ही कड़े तेवर दिखा दिए हैं. उन्होंने कहा है कि वो सबसे पहले जो बचे कुचे माफिया अपराधी हैं उनका एक कंप्यूटर डाटा बेस तैयार करेंगे. इसमें अपराधी और माफिया के सिर में कितने बाल हैं, उनके रिश्तेदार कौन हैं, सहयोगी कौन हैं और छुपने के अड्डे कहां कहां हैं, इन सबका डाटा तैयार होगा. उन्होंने कहा कि जिस तरह सीएम योगी आदित्यनाथ ने अब तक अपराधियों और माफिया को औकात में रखा हुआ है वैसे ही आगे भी रखा जाएगा.

मामूली सिपाही को सीएम योगी ने बनाया डीजीपी : राज कुमार विश्वकर्मा ने कहा कि मैं सीएम का धन्यवाद देता हूं कि मुझ मामूली सिपाही को हेड करने का अवसर दिया है. महिला और बच्चों की सुरक्षा समस्या का समाधान सर्व प्रथम किया जाएगा. हम माफिया पर लगाम लगाने के साथ ही जितने अपराधी प्रवृत्ति के लोग हैं उन्हें दुरुस्त किया जाएगा. यूपी पुलिस दुनिया के सभी पुलिस के सिस्टम को देखकर बेहतर काम कर रही है. कई वर्षों से सीएम के निर्देश पर यूपी पुलिस को हम वर्ड क्लास पुलिस बनाने में जुटे हुए हैं. हम लोग आगामी नगर निकाय के चुनावों को सकुशल निपटाएंगे.


दरअसल शुक्रवार को कार्यवाहक डीजीपी डीएस चौहान रिटायर हो गए हैं. कयास लगाए जा रहे थे कि यूपीएससी को पैनल भेजने तक स्पेशल डीजी बने प्रशांत कुमार को प्रभारी डीजीपी बनाया जा सकता है, लेकिन सरकार ने अचानक 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी व डीजी भर्ती बोर्ड राज कुमार विश्वकर्मा को कार्यवाहक डीजीपी बना दिया. राज कुमार विश्वकर्मा का भी रिटायरमेंट मई में है. ऐसे में यूपीएससी से डीजीपी के लिए नाम तय होने तक वे यूपी के डीजीपी रहेंगे. वहीं सीएम योगी ने पांच अन्य आईपीएस अधिकारियों का तबादला करते हुए डीजी कारागार आनंद कुमार को उनके पद से हटाते हुए सहकारिता प्रकोष्ठ भेज दिया है. डीजी पाॅवर कॉरपोरेशन एसएन साबत को कारागार का डीजी बनाया है. प्रशांत कुमार को ईओडब्ल्यू का अतरिक्त चार्ज, सीबीसीआईडी डीजी विजय कुमार को विजलेंस का अतिरिक्त चार्ज दिया गया है.

लखनऊ : डीएस चौहान के रिटायर होने के बाद 1988 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी राज कुमार विश्वकर्मा ने कार्यवाहक डीजीपी का पद ग्रहण कर लिया है. इस मौके पर उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी यूपी में कानून का राज कायम करना और अपराधियों पर लगाम लगाने को होगी. उन्होंने कहा अपराधियों का एक डाटा बनाया जाएगा जिसमें अपराधी माफिया के सिर के बाल से लेकर उनके रिश्तेदारों और सहयोगियों की सूची बनाई जाएगी.

राज्य के नए कार्यवाहक डीजीपी राज कुमार विश्वकर्मा ने कुर्सी संभालते ही कड़े तेवर दिखा दिए हैं. उन्होंने कहा है कि वो सबसे पहले जो बचे कुचे माफिया अपराधी हैं उनका एक कंप्यूटर डाटा बेस तैयार करेंगे. इसमें अपराधी और माफिया के सिर में कितने बाल हैं, उनके रिश्तेदार कौन हैं, सहयोगी कौन हैं और छुपने के अड्डे कहां कहां हैं, इन सबका डाटा तैयार होगा. उन्होंने कहा कि जिस तरह सीएम योगी आदित्यनाथ ने अब तक अपराधियों और माफिया को औकात में रखा हुआ है वैसे ही आगे भी रखा जाएगा.

मामूली सिपाही को सीएम योगी ने बनाया डीजीपी : राज कुमार विश्वकर्मा ने कहा कि मैं सीएम का धन्यवाद देता हूं कि मुझ मामूली सिपाही को हेड करने का अवसर दिया है. महिला और बच्चों की सुरक्षा समस्या का समाधान सर्व प्रथम किया जाएगा. हम माफिया पर लगाम लगाने के साथ ही जितने अपराधी प्रवृत्ति के लोग हैं उन्हें दुरुस्त किया जाएगा. यूपी पुलिस दुनिया के सभी पुलिस के सिस्टम को देखकर बेहतर काम कर रही है. कई वर्षों से सीएम के निर्देश पर यूपी पुलिस को हम वर्ड क्लास पुलिस बनाने में जुटे हुए हैं. हम लोग आगामी नगर निकाय के चुनावों को सकुशल निपटाएंगे.


दरअसल शुक्रवार को कार्यवाहक डीजीपी डीएस चौहान रिटायर हो गए हैं. कयास लगाए जा रहे थे कि यूपीएससी को पैनल भेजने तक स्पेशल डीजी बने प्रशांत कुमार को प्रभारी डीजीपी बनाया जा सकता है, लेकिन सरकार ने अचानक 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी व डीजी भर्ती बोर्ड राज कुमार विश्वकर्मा को कार्यवाहक डीजीपी बना दिया. राज कुमार विश्वकर्मा का भी रिटायरमेंट मई में है. ऐसे में यूपीएससी से डीजीपी के लिए नाम तय होने तक वे यूपी के डीजीपी रहेंगे. वहीं सीएम योगी ने पांच अन्य आईपीएस अधिकारियों का तबादला करते हुए डीजी कारागार आनंद कुमार को उनके पद से हटाते हुए सहकारिता प्रकोष्ठ भेज दिया है. डीजी पाॅवर कॉरपोरेशन एसएन साबत को कारागार का डीजी बनाया है. प्रशांत कुमार को ईओडब्ल्यू का अतरिक्त चार्ज, सीबीसीआईडी डीजी विजय कुमार को विजलेंस का अतिरिक्त चार्ज दिया गया है.

यह भी पढ़ें : जेलों में माफिया की अवैध मुलाकातों के चलते हटाए गए डीजी जेल आनंद कुमार, चार अन्य का भी तबादला

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