लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में किसानों का हाल जानने के लिए ग्राउंड जीरो पर यूपी की टॉप ब्यूरोक्रेसी को उतार दिया है. मुख्यमंत्री ने धान और गन्ना खरीद, गोआश्रयों की हकीकत का पता लगाने को लेकर सूबे के सभी 75 जिलों में वरिष्ठ आईएएस अफसरों को नोडल अफसर बनाकर भेजा है.
27 से 29 तक जिलों में रुकेंगे अफसर
मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिलों में पहुंचे अधिकारी ठंड की परवाह किए बिना सुबह से ही गन्ना एवं धान खरीद केंद्रों और निराश्रित गोआश्रय स्थलों का निरीक्षण कर रहे हैं. राज्य में यह पहला मौका है, जब सूबे के सीनियर आईएएस अफसरों को सभी 75 जिलों में नोडल अफसर बनाकर भेजा गया है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर 27 से 29 दिसंबर तक यह अधिकारी जिलों में रुकेंगे. इस दौरान यह नोडल अफसर जिलों में गन्ना-धान खरीद केंद्र व निराश्रित गोशालाओं का भी निरीक्षण करके वहां की समस्याओं को जानेंगे. अफसरों को धान खरीद में किसी तरह की शिकायत व जांच में पुष्टि होने पर जिम्मेदार कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के भी निर्देश दिए गए हैं.
ये अधिकारी इन जगहों पर रहे मौजूद
मुख्यमंत्री के निर्देश पर चिन्हित किए गए जिलों में अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी ने शाहजहांपुर में निराश्रित गो आश्रय का निरीक्षण किया. वह धान क्रय केंद्र पर भी गए और किसानों से उनकी दिक्कतों के बारे में पूछा. अपर मुख्य सचिव हेमंत राव ने औरैया में धान क्रय केंद्र का दौरा किया. अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बरेली में वैक्सीनेशन की तैयारियों की समीक्षा की और प्रतिदिन तीन हजार लोगों के सैंपल लेकर जांच करने का निर्देश दिया. उन्होंने विदेश से आने वालों की कोविड जांच करने का भी निर्देश दिया और अस्पताल में भर्ती मरीजों से मिले. मरीजों से उन्होंने पूछा कि डॉक्टर आपका ख्याल रख रहे हैं या नहीं. बहेड़ी के धान खरीद केंद्र का भी उन्होंने निरीक्षण किया और उसके बाद समीप के गुड्वारा गांव में सरकारी स्कूल में चौपाल लगाकर ग्रामीणों की जनसमस्याओं को भी सुना. उन्होंने गायों को कम्बल भी ओढ़ाए.
बड़े अधिकारियों को अपने बीच देख चौंके किसान
अपर मुख्य सचिव गन्ना एवं चीनी उद्योग संजय भूसरेड्डी, प्रमुख सचिव डिंपल वर्मा व कानपुर के मण्डलायुक्त राजशेखर आदि ने भी धान खरीद केंद्र का निरीक्षण किया और वरासत अभियान की प्रगति की जानकारी ली. ग्रामीणों की समस्याओं के बारे में भी इन अफसरों ने जानकारी प्राप्त की. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर ग्रामीणों के बीच कड़ाके की ठंड में पहुंचे सूबे की आला अफसरों को धान खरीद केन्द्रों पर अपने बीच में देखकर सूबे के किसान हतप्रभ हैं. क्योंकि इसके पहले कोई बड़ा अधिकारी धान खरीद केन्द्रों पर नहीं आता था. आज धान खरीद केन्द्रों पर सूबे की आला अफसरों ने किसान की छोटी-बड़ी दिक्कतों के बारे में पूछा. फसलों की सिंचाई, नहरों में पानी की उपलब्धता, बिजली आपूर्ति आदि के बारे में भी किसानों से जानकारी प्राप्त की. इसी क्रम में पुलिस संबंधी शिकायतों के बारे में भी ग्रामीणों से फीडबैक लिया. कुल मिलकर ग्रामीणों के बीच अफसरों के पहुंचने संबंधी मुख्यमंत्री के इस फैसले की ग्रामीणों के बीच सराहना हो रही है.
चौपाल लगाकर किसानों की समस्याओं को जाना
बरेली जिले के नोडल अधिकारी अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बहेड़ी में धान खरीद सेंटर का निरीक्षण किया. किसानों से भी बात की, जिस पर किसानों ने धान की तौल कम होने की शिकायत की. किसानों ने बताया कि बहेड़ी में धान खरीद के सेंटर कम होने से किसानों को धान तुलवाने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है. एक हफ्ते में तौल का नंबर आता है. इस पर अपर मुख्य सचिव ने डीएम बरेली से धान खरीद के सेन्टर बढ़ाने को कहा. उन्होंने धान खरीद के लिए किए गए प्रबंधों को देखने के बाद वहीं गुड़वारा गांव में सरकारी स्कूल में चौपाल लगा कर ग्रामीणों की जनसमस्याओं को भी सुना.
ग्रामीणों ने बताई शिकायत
ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव में जब से हाईवे बना है, तब से बारिश में गांव में पानी भर जाता है. अगर स्टेट हाईवे वाले फोरलेन रोड के दोनों ओर नाले बनवा दे तो जलभराव की समस्या खत्म हो जाएगी. ग्रामीणों ने बिजली समस्या, सरकारी आवास नहीं मिलने आदि की समस्या भी नोडल अधिकारी के सामने रखी. इसके बाद अपर मुख्य सचिव ने सीडीओ बरेली से गांव के समस्याओं का निस्तारण करने के आदेश दिए. उसके बाद नवनीत सहगल ने बहेड़ी में बने गोशाला केंद्र व सरकारी अस्पताल के निरीक्षण किया, जिसमें जो भी खामियां मिली उन्हें तुरंत सुधारने के निर्देश दिए.