लखनऊ : लोहिया संस्थान के सीनियर डॉक्टरों ने अफसरों के आश्वसन पर हड़ताल टाल दी. वहीं, जूनियर डॉक्टर नीट पीजी काउंसलिंग को लेकर धरने पर अड़े हुए हैं. हड़ताल से वापस होते न देख केजीएमयू ने जूनियर रेजीडेंट के 272 पदों पर भर्ती की हरी झंडी दी है.
केजीएमयू-लोहिया संस्थान के रेजीडेंट डॉक्टर पीजी नीट काउंसलिंग लेकर डॉक्टर कई दिनों से हड़ताल पर हैं. शुक्रवार रात जिलाधिकारी व पुलिस कमिश्नर ने केजीएमयू के रेजिडेंट डॉक्टरों से मुलाकात की. मगर, आश्वासन पर रेजीडेंट नहीं माने. उधर, 17 दिसंबर तक समस्या का हल न होने पर कर्मचारियों ने भी हड़ताल की घोषणा कर दी है.
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वहीं, शनिवार को लोहिया संस्थान की निदेशक डॉ. सोनिया नित्यानंद ने रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ बैठक की. नान पीजी जेआर की भर्ती करने का आश्वासन दिया. साथ ही काउंसलिंग संबंधी मांग को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया. हालांकि रेजिडेंट डॉक्टरों ने धरना खत्म न करने का फैसला किया. वहीं, सातवें वेतनमान की मांग को सीनियर डॉक्टरों ने सात दिन तक हड़ताल न करने का फैसला किया.
उधर, लोहिया संस्थान में रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल से ओपीडी सेवाएं पूरी तरह लड़खडाई रहीं. रेडियोलॉजी, पीडियाट्रिक, सर्जरी समेत दूसरे विभागों की ओपीडी में मरीजों को इलाज के लिए इंतजार करना पड़ा. हड़ताल से अफरा-तफरी का माहौल रहा. वार्ड में भर्ती मरीजों को रेजिडेंट डॉक्टर देखने नहीं पहुंचे. पैरामेडिकल स्टाफ की मदद से सीनियर डॉक्टरों ने मरीजों को इलाज मुहैया कराया.
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केजीएमयू में सुबह से रात तक रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल (resident doctor strike) स्थल पर डटे हैं. मरीजों की जान की परवाह किए बगैर रेजिडेंट डॉक्टरों ने कामकाज ठप रखा.
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