लखनऊः एलयू में जनवरी महीने के अंतिम सप्ताह में तीसरे और पांचवे सेमेस्टर की परीक्षाएं होंगी. इसके अलावा फरवरी के अंतिम सप्ताह में प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं एलयू प्रशासन करवाएगा. यह निर्णय मंगलवार को हुई परीक्षा समिति की बैठक में लिया गया. इसके साथ चुनौती मूल्यांकन की प्रक्रिया पर भी नियमानुसार मुहर लगा दी गई है.
MCQ प्रणाली से होंगी परीक्षाएं
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय की अध्यक्षता में आयोजित परीक्षा समिति की बैठक में पहले, तीसरे और पांचवे सेमेस्टर की परीक्षाएं एमसीक्यू प्रणाली से कराए जाने का निर्णय लिया गया. हालांकि अब यह परीक्षाएं पहले की तरह एक घंटे की बजाए डेढ़ घंटे की होंगी. इसके अलावा पीजी के कुछ विषयों की परीक्षाएं लिखित प्रक्रिया से ही होगी. इन विषयों की सूची जल्द ही विश्वविद्यालय प्रशासन जारी करेगा.
MCQ प्रणाली से ही होंगी लॉ की परीक्षाएं
बीते महीने बड़ी संख्या में लॉ फाइनल ईयर के छात्रों के फेल होने का मामला सामने आया था. जिस पर लॉ स्टूडेंट्स ने काफी हंगामा भी किया था. स्टूडेंट्स का आरोप था कि एमसीक्यू प्रणाली से परीक्षा कराई गई है. जिस वजह से सब फेल हो गए हैं. ऐसे में एलयू प्रशासन ने स्पेशल बैक परीक्षा कराने की बात कही थी. हालांकि अब एलयू प्रशासन ने फिर से इन छात्रों की स्पेशल बैक परीक्षा एमसीक्यू प्रणाली से करवाने का निर्णय लिया है.
चैलेंज इवेल्यूएशन के आदेश को मिली मंजूरी
एलयू में परीक्षा समिति की बैठक में चैलेंज इवेल्यूएशन के आदेश को मंजूरी दे दी गई है. इसमें स्टूडेंट्स पहले की तरह आरटीई के तहत प्रति पेपर 300 रुपये देकर कॉपी देख सकते हैं. हालांकि आरटीई में दिखाई गई कॉपी के नंबर से अगर संतुष्ट नहीं हैं, तो वह चैलेंज इवेल्यूएशन के लिए आवेदन कर सकते हैं.
छात्र ऐसे कर सकते हैं चैलेंज इवेल्यूएशन
इसके लिए स्टूडेंट्स को परिणाम आने के 45 दिन के भीतर आवेदन करना होगा. जिसके लिए छात्र को 2500 रुपये शुल्क जमा करना होगा. इसके बाद कुलपति की अध्यक्षता में चार सब्जेक्ट एक्सपर्ट की कमेटी बनेगी. जिसमें से दो सब्जेक्ट एक्टपर्ट कॉपी का री-इवेल्यूएशन करेंगे. इस दौरान स्टूडेंट्स के चैलेंज इवेल्यूएशन की प्रक्रिया के दौरान अंकों में 20 प्रतिशत से अधिक अंतर आता है, या 20 फीसदी से अधिक अंक बढ़ जाते हैं. तो छात्रों को उन्हीं अंक के आधार पर मार्कशीट जारी की जाएगी. साथ ही स्टूडेंट्स को 2500 रुपये में से एक हजार रुपये वापस भी कर दिए जाएंगे.
चैलेंज इवेल्यूएशन प्रक्रिया पर शिक्षक संघ ने जताया विरोध
चैलेंज इवेल्यूएशन की प्रक्रिया के दौरान अगर 20 प्रतिशत से अधिक मूल्यांकन में अंतर पाया गया, तो पहले मामले में परीक्षक को चेतावनी नोटिस जारी किया जाएगा. इसके बाद अगर उसी परीक्षा के तीन ऐसे मामले सामने आते हैं, तो कॉपी चेंकिंग का भुगतान रोक दिया जाएगा. वहीं अगर एक ही परीक्षक के पांच से अधिक मामले पकड़ में आते हैं, तो उसको अगले दो साल तक परीक्षक ही नहीं बनाया जाएगा. चैलेंज इवेल्यूएशन पर महाविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ मनोज पांडेय ने विरोध दर्ज कराया.