लखनऊ: जिले में राष्ट्रीय महिला दिवस को लोकप्रिय बनाने के लिए वन मिलियन मीटर मार्च का आयोजन किया जा रहा है. इसका गुरुवार को पाचवां दिन है. यह कार्यक्रम 13 फरवरी से लेकर 2 मार्च तक चलेगा. इसी के मद्देनजर गोसाईगंज ब्लॉक के ममई मऊ, मितौली, बचौली, हुसैनाबाद गांव में आत्मरक्षा का कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान गांवों में नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया. कविता भारती और लक्ष्मी के नेतृत्व में इसकी प्रस्तुति की गई. साथ में नुक्कड़ सभा भी की गई.
महिलाओं ने सीखे आत्मरक्षा के गुर
इन गांवों में रेड ब्रिगेड टीम ने 200 से अधिक महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर और डिजिटल साक्षरता का प्रशिक्षण दिया. ब्रेकथ्रू संस्था के सहयोग से इन गावों में कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
स्वाधीनता संघर्ष में की महिलाओं ने भागीदारी
कार्यक्रम में रेड ब्रिगेड की संस्थापिका उषा विश्वकर्मा ने कहा कि लोक स्मृति में और स्वतंत्रता संघर्ष में महिलाओं की बहुत सी कहानियां और गाथाएं लोकप्रिय हैं. 1857 से 1947 तक 90 वर्ष के स्वाधीनता संग्राम में सभी क्षेत्रों की महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया था. कई स्थानों पर महिलाओं ने स्वाधीनता संग्राम की अगुवाई भी की थी.
उन्होंने कहा कि हमें इन बातों को सामने लाना होगा और महिलाओं की ताकत खड़ी करनी होगी.
रेड ब्रिगेड ने दिया सेल्फ डिफेंस और डिजिटल साक्षरता का प्रशिक्षण
लखनऊ में राष्ट्रीय महिला दिवस को लोकप्रिय बनाने के लिए वन मिलियन मीटर मार्च का आयोजन किया जा रहा है. इसका गुरुवार को पाचवां दिन है. यह कार्यक्रम 13 फरवरी से लेकर 2 मार्च तक चलेगा. इसी के मद्देनजर गोसाईगंज ब्लॉक के ममई मऊ, मितौली, बचौली, हुसैनाबाद गांव में आत्मरक्षा का कार्यक्रम आयोजित किया गया.
लखनऊ: जिले में राष्ट्रीय महिला दिवस को लोकप्रिय बनाने के लिए वन मिलियन मीटर मार्च का आयोजन किया जा रहा है. इसका गुरुवार को पाचवां दिन है. यह कार्यक्रम 13 फरवरी से लेकर 2 मार्च तक चलेगा. इसी के मद्देनजर गोसाईगंज ब्लॉक के ममई मऊ, मितौली, बचौली, हुसैनाबाद गांव में आत्मरक्षा का कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान गांवों में नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया. कविता भारती और लक्ष्मी के नेतृत्व में इसकी प्रस्तुति की गई. साथ में नुक्कड़ सभा भी की गई.
महिलाओं ने सीखे आत्मरक्षा के गुर
इन गांवों में रेड ब्रिगेड टीम ने 200 से अधिक महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर और डिजिटल साक्षरता का प्रशिक्षण दिया. ब्रेकथ्रू संस्था के सहयोग से इन गावों में कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
स्वाधीनता संघर्ष में की महिलाओं ने भागीदारी
कार्यक्रम में रेड ब्रिगेड की संस्थापिका उषा विश्वकर्मा ने कहा कि लोक स्मृति में और स्वतंत्रता संघर्ष में महिलाओं की बहुत सी कहानियां और गाथाएं लोकप्रिय हैं. 1857 से 1947 तक 90 वर्ष के स्वाधीनता संग्राम में सभी क्षेत्रों की महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया था. कई स्थानों पर महिलाओं ने स्वाधीनता संग्राम की अगुवाई भी की थी.
उन्होंने कहा कि हमें इन बातों को सामने लाना होगा और महिलाओं की ताकत खड़ी करनी होगी.