लखनऊ : इंडिया गठबंधन के अंतर्गत सीट शेयरिंग का फार्मूला पांच राज्यों के चुनाव परिणाम आने के बाद ही तय किया जाएगा. सपा और कांग्रेस के बीच चल रही तनातनी फिलहाल पूरी तरह से शांत हो गया है. कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व की तरफ से पांच राज्यों के चुनाव के बाद अखिलेश यादव से बात किए जाने की बात कही गई है. वहीं अखिलेश यादव अपने स्तर पर सपा की चुनावी तैयारी आगे बढ़ा रहे हैं. सपा के साथ इंडिया का गठबंधन रहेगा या नहीं, सीट शेयरिंग का फार्मूला क्या होगा इन सभी विषयों पर बातचीत पांच राज्यों के हो रहे विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद तय किया जाएगा.
अजय राय को बताया वाराणसी का गुंडा : समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने भी अजय राय को वाराणसी का गुंडा बताया था. दोनों दलों के बीच जुबानी जंग जब तेज हुई थी तो कांग्रेस वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की तरफ से हस्तक्षेप किया गया और अखिलेश यादव के संदेश भिजवाया गया था कि जल्दी इस विषय पर बातचीत की जाएगी. साथ ही यह संदेश दिया गया कि विधानसभा चुनाव में गठबंधन नहीं किया गया है. इंडिया गठबंधन लोकसभा चुनाव को लेकर किया गया है. जिसके बाद अखिलेश यादव पूरी तरह से मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में 70 से अधिक सीटों पर अपनी उम्मीदवार उतार कर कांग्रेस के लिए मुसीबत पैदा करने का काम किया.
बातचीत बंद, चुनाव परिणाम आने के बाद तय होगी रणनीति : मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए अखिलेश यादव उतरे और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. इस बीच जब तक मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव सहित पांच राज्यों के चुनाव परिणाम नहीं आ जाते हैं, तब तक इस पूरे विषय पर बातचीत बंद हो चुकी है. इंडिया गठबंधन के अंतर्गत कौन सा दल कितनी सीट पर चुनाव लड़ेगा? सीट शेयरिंग का फार्मूला क्या होगा? ऐसे तमाम विषयों पर बातचीत अब 3 दिसंबर के बाद ही होने की बात कही जा रही है. वहीं सबसे पहले जो दोनों दलों के बीच खींचतान खुलकर सामने आई. इस पर भी बातचीत होगी कि जब समान विचारधारा वाले दल इंडिया गठबंधन के अंतर्गत एक साथ एक मंच पर आ रहे हैं तो फिर एक दूसरे दलों के नेताओं के बारे में बयानबाजी क्यों हो रही है. एक दूसरे दल इंडिया गठबंधन के अंतर्गत ही नेताओं को तोड़ रही है. इसे स्वाभाविक रूप से गठबंधन कमजोर होगा. ऐसे तमाम विषयों पर बातचीत होगी.
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