लखनऊ : उ.प्र. राज्य ललित कला अकादमी ने चौरी-चौरा विद्रोह के शताब्दी वर्ष के अवसर पर स्वातंत्र्य वीर अर्चन मूर्तिशिल्प शिविर का आयोजन कर रहा है. इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि काकोरी कांड के क्रांन्तिवीर रामकृष्ण खत्री के सुपुत्र उदय खत्री और विशिष्ट अतिथि प्रशासनिक अधिकारी डाॅ. चंद्रभूषण ने दीप प्रज्जवलित कर शिविर का उद्घाटन किया.
स्वतंत्रता आंदोलन की महत्वपूर्ण घटना थी चौरी-चौरा क्रांति
इस मौके पर मुख्य अतिथि उदय खत्री ने देश के स्वतंत्रता आंदोलन में चौरा-चौरी की घटना को महत्वपूर्ण बताया और अकादमी की ओर से आयोजित मूर्तिशिल्प शिविर की सराहना भी की. अकादमी के अध्यक्ष सीताराम कश्यप ने चौरी-चौरा शताब्दी वर्ष में मूर्ति शिल्प शिविर के आयोजन के अलावा अन्य कार्यक्रमों के कराए जाने बारे में भी बताया. उन्होंने बताया कि अकादमी अपना स्थापना दिवस भी 8 से 10 फरवरी के बीच भव्यतापूर्ण ढंग से मनाएगा.
ये कलाकार शिविर में ले रहे भाग
अंत में अकादमी के सचिव डाॅ. यशवंत सिंह राठौर ने शिविर में भाग ले रहे प्रतिभागियों का परिचय कराया. शिविर में भाग लेने वाले कलाकारोें में मथुरा के वेणु गोपाल पराश, राजधानी के विजय गौतम, संटू चैबे, मिलन कुमार हरदोई मे विशाल कुमार, नई दिल्ली के प्रिया गुप्ता, फतेहपुर की सौम्या तिवारी, प्रताप कुमार मौर्य, बाराबंकी के कृतवर्मा और कानपूर की तूलिका रावत हैं.