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स्कूल चले हम: राजधानी में 7 माह बाद फिर से खुले स्कूल, बच्चे खुश

लखनऊ में करीब 7 महिने बाद एक बार फिर कक्षा 9 से 12 तक के स्कूल खुल गए हैं. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का खास ध्यान रखा जा रहा है. बच्चों की थर्मल स्कैनिंग और पल्स ऑक्सीमीटर चेक करने के बाद उन्हें एंट्री दी गई.

school reopen in lucknow
अभिभावकों की इजाजत से ही बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिया गया
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Published : Oct 19, 2020, 12:04 PM IST

लखनऊ: जिले में कोरोना के चलते करीब 7 माह बाद एक बार फिर सोमवार से कक्षा 9 से 12 तक के स्कूल खुल गए हैं. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का खास ध्यान रखा गया. स्कूल के गेट पर बच्चों की थर्मल स्कैनिंग और पल्स ऑक्सीमीटर चेक करने के बाद उन्हें एंट्री दी गई. हालांकि पहले दिन कुछ व्यवस्था भी दिखी.बच्चों का कहना है कि अभी तक ऑनलाइन क्लासेस ले रहे थे, लेकिन अब क्लास के माहौल में पढ़ाई करना अलग ही होता है.

कोरोना संक्रमण काल में सात माह बाद प्रदेश भर में सोमवार से कक्षा 9 से 12 तक के स्कूल खुल गए हैं. कक्षा 9 से 12 तक की स्कूलों का संचालन दो पालियों में किया जा रहा है. माध्यमिक शिक्षा विभाग ने राजकीय विद्यालय में संक्रमण रोकने के पुख्ता इंतजाम का दावा किया है. वहीं जिला विद्यालय निरीक्षकों व स्कूल प्रबंधन को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी संचालन प्रक्रिया के अनुसार ही एसपी स्कूलों के संचालन के निर्देश दिए गए हैं.

अभिभावकों की इजाजत से ही बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिया गया
ऑक्सीमीटर व थर्मल स्कैनिंग से हुई जांच
स्कूलों के एंट्री प्वाइंट पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए बच्चों को लाइन में खड़ा किया गया था. इसके बाद एक-एक बच्चे की थर्मल स्कैनिंग और पल्स ऑक्सीमीटर से जांच कर क्लासरूम भेजा गया. इस दौरान बच्चों को मास्क लगाकर रहने के सख्त निर्देश दिए गए. अभिभावकों की इजाजत से ही बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिया गया.


पहले दिन दिखी अव्यवस्था
स्कूलों में पहले दिन अव्यवस्था भी देखी गई. अर्जुनगंज स्थित आइडियल इंटर कॉलेज में बच्चों को प्रवेश दिया जा रहा था उस समय सैनिटाइजर का टर्नल ही खराब हो गया, जिसके बाद उन्हें हैंड सैनिटाइजर करा कर स्कूल में एंट्री दी गई. वहीं कुछ अभिभावकों का कहना था कि वैश्विक महामारी कोरोना का भय तो बहुत लग रहा है,लेकिन बच्चों के भविष्य के लिए स्कूल भेज रहे हैं.


डीएम अभिषेक प्रकाश ने बताया कि कोविड-19 का प्रोटोकॉल का पालन करने का आदेश स्कूलों में दिया गया है. साथ ही निरीक्षण कर जानकारी ली जाएगी, जहां पर कोविड-19 प्रोटोकॉल की गाइडलाइन का पालन नहीं हो रहा होगा, उन स्कूल संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. बच्चों का कहना है कि अभी तक ऑनलाइन क्लासेस ले रहे थे, लेकिन क्लास के माहौल में पढ़ाई करना अलग ही होता है.

प्रधानाचार्य सुधा सिंह ने बताया कि शासन द्वारा कोविड-19 से बचाव की जारी गाइडलाइन का पालन कराते हुए स्कूल खुल गए हैं. पहली पाली में कक्षा 9 व 10वीं की कक्षाएं स्कूलों में चल रही. कक्षाओं में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है. हर सीट पर एक बच्चे को बैठाया गया है. अभिभावकों से सहमति पत्र लेने के बाद ही बच्चों को बुलाया गया है. एक कक्षा में केवल 50 प्रतिशत ही विद्यार्थी बुलाए जाएंगे. स्कूल दो पालियों में चलेंगे. सुबह 8:50 से दोपहर 11:50 तक कक्षा 9 व 10 और 12:20 से 3:20 तक कक्षा 11 व 12 की कक्षाएं चलेंगी.

लखनऊ: जिले में कोरोना के चलते करीब 7 माह बाद एक बार फिर सोमवार से कक्षा 9 से 12 तक के स्कूल खुल गए हैं. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का खास ध्यान रखा गया. स्कूल के गेट पर बच्चों की थर्मल स्कैनिंग और पल्स ऑक्सीमीटर चेक करने के बाद उन्हें एंट्री दी गई. हालांकि पहले दिन कुछ व्यवस्था भी दिखी.बच्चों का कहना है कि अभी तक ऑनलाइन क्लासेस ले रहे थे, लेकिन अब क्लास के माहौल में पढ़ाई करना अलग ही होता है.

कोरोना संक्रमण काल में सात माह बाद प्रदेश भर में सोमवार से कक्षा 9 से 12 तक के स्कूल खुल गए हैं. कक्षा 9 से 12 तक की स्कूलों का संचालन दो पालियों में किया जा रहा है. माध्यमिक शिक्षा विभाग ने राजकीय विद्यालय में संक्रमण रोकने के पुख्ता इंतजाम का दावा किया है. वहीं जिला विद्यालय निरीक्षकों व स्कूल प्रबंधन को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी संचालन प्रक्रिया के अनुसार ही एसपी स्कूलों के संचालन के निर्देश दिए गए हैं.

अभिभावकों की इजाजत से ही बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिया गया
ऑक्सीमीटर व थर्मल स्कैनिंग से हुई जांच
स्कूलों के एंट्री प्वाइंट पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए बच्चों को लाइन में खड़ा किया गया था. इसके बाद एक-एक बच्चे की थर्मल स्कैनिंग और पल्स ऑक्सीमीटर से जांच कर क्लासरूम भेजा गया. इस दौरान बच्चों को मास्क लगाकर रहने के सख्त निर्देश दिए गए. अभिभावकों की इजाजत से ही बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिया गया.


पहले दिन दिखी अव्यवस्था
स्कूलों में पहले दिन अव्यवस्था भी देखी गई. अर्जुनगंज स्थित आइडियल इंटर कॉलेज में बच्चों को प्रवेश दिया जा रहा था उस समय सैनिटाइजर का टर्नल ही खराब हो गया, जिसके बाद उन्हें हैंड सैनिटाइजर करा कर स्कूल में एंट्री दी गई. वहीं कुछ अभिभावकों का कहना था कि वैश्विक महामारी कोरोना का भय तो बहुत लग रहा है,लेकिन बच्चों के भविष्य के लिए स्कूल भेज रहे हैं.


डीएम अभिषेक प्रकाश ने बताया कि कोविड-19 का प्रोटोकॉल का पालन करने का आदेश स्कूलों में दिया गया है. साथ ही निरीक्षण कर जानकारी ली जाएगी, जहां पर कोविड-19 प्रोटोकॉल की गाइडलाइन का पालन नहीं हो रहा होगा, उन स्कूल संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. बच्चों का कहना है कि अभी तक ऑनलाइन क्लासेस ले रहे थे, लेकिन क्लास के माहौल में पढ़ाई करना अलग ही होता है.

प्रधानाचार्य सुधा सिंह ने बताया कि शासन द्वारा कोविड-19 से बचाव की जारी गाइडलाइन का पालन कराते हुए स्कूल खुल गए हैं. पहली पाली में कक्षा 9 व 10वीं की कक्षाएं स्कूलों में चल रही. कक्षाओं में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है. हर सीट पर एक बच्चे को बैठाया गया है. अभिभावकों से सहमति पत्र लेने के बाद ही बच्चों को बुलाया गया है. एक कक्षा में केवल 50 प्रतिशत ही विद्यार्थी बुलाए जाएंगे. स्कूल दो पालियों में चलेंगे. सुबह 8:50 से दोपहर 11:50 तक कक्षा 9 व 10 और 12:20 से 3:20 तक कक्षा 11 व 12 की कक्षाएं चलेंगी.

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