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जनेश्वर मिश्र पार्क के रखरखाव के नाम पर घोटाला, सीएम योगी से की गई शिकायत - public welfare general committee

जनेश्वर मिश्र पार्क के रख रखाव के टेंडर में अनियमितता का मामला सामने आया है. इसको लेकर लखनऊ जनकल्याण महासमिति ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की है.

जनेश्वर मिश्र पार्क के रखरखाव के नाम पर घोटाला
जनेश्वर मिश्र पार्क के रखरखाव के नाम पर घोटाला
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Published : Jun 18, 2021, 11:11 AM IST

लखनऊ: जनकल्याण महासमिति ने गोमती नगर विस्तार स्थित जनेश्वर मिश्र पार्क के रख रखाव को लेकर बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितता की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की है. पार्क का रखरखाव लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा किया जा रहा है. भाजपा सरकार बनने के बाद रख-रखाव की जिम्मेदारी एलडीए को दिया गया था. शिकायत में कहा गया है कि प्रदेश में साल 2018 में बीजेपी की सरकार बनने के बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा पहली बार पार्क के अनुरक्षण का कार्य शुरू किया गया. इससे पहले तक पार्क निर्माणाधीन के नाम पर रखरखाव किया जाता था. रखरखाव की शुरूआत के समय पार्क को 4 भागों में बांट दिया गया.

भाग एक के रखरखाव की जिम्मेदारी समिति के कर्मियों को दिया गया, तो वहीं भाग 2, 3 और 4 को निजी ठेकेदार को दिया गया. उस समय ठेका मूल्य भाग 2- 74 लाख, भाग 3 का 82 और भाग 4 का 84 लाख के आसपास था, जो 1 साल के लिए अलग अलग ठेकेदारों को 32 फीसदी कम मूल्य पर दिया गया. जिसे साल 2018-2019 में दोबारा ठेके के माध्यम से निविदा निकाला गया तो 42.5 फीसदी कम मूल्य से ठेका दिया गया.

जनेश्वर मिश्र पार्क
जनेश्वर मिश्र पार्क

असली खेल तब शुरू हुआ, जब भाग एक जो समिति के कर्मचारियों को दिया गया था, उसे पूरे मूल्य पर 2 साल के लिए ठेका दे दिया गया. अब सवाल यहीं से शुरू हो जाता है कि जब 1 साल के लिए भाग 2, भाग 3 और भाग 4 का ठेका उठाया गया और वर्तमान में 42.5 फीसदा कम मूल्य पर लोग उसी काम को करने को तैयार हैं, तो 2 साल का ठेका पूरी कीमत पर क्यों दिया गया? आरोप है कि अब इसी से एलडीए में भ्रष्टाचार का एक बड़ा रास्ता खुल गया है.

महासमिति का आरोप है कि भाग 2 का 1 करोड़ 10 लाख, भाग 3 का 1 करोड़ 15 लाख और भाग 4 का 1 करोड़ का 16 लाख का 2 साल के लिए अपने चहेते ठेकेदारों को ठेका देने के लिए सभी नियम कानून तोड़ दिए गए. इस पूरे मामले में जांच अधिकारी ने गड़बड़ी पकड़ा और 2 विकल्प दिए. जांच अधिकारी ने कहा कि या तो दूसरी फर्म को भी तकनीकी रूप से सही करते हुए, वित्तीय टेंडर खोला जाय या फिर दोबारा निविदा आमंत्रित की जाय. विभाग ने दूसरा विकल्प चुना.

महासमिति का कहना है कि दोनों फर्मों की प्रोफाइल देखने के बाद एलडीए ने अपने चहेते को टेंडर देने के लिए टेंडर के नियम भी बदल दिए. खुद के बनाये अनुभव प्रमाण पत्र से फर्म को लाभान्वित करने का खेल शुरू कर दिया. जांच हुई तो सारा खेल सामने आ जाएगा.

महासमिति ने आरोप लगाया कि कुछ अभियंता और अधिकारी मिलकर अनियमितता कर रहे हैं, जबकि जनेश्वर मिश्र पार्क बदहाल होता जा रहा है. पार्क का रखरखाव दुरुस्त नहीं है. अधिकारी एक बार फिर भ्रष्टाचार करने की तैयारी कर रहे हैं. महासमिति ने पूरे प्रकरण की जांच करा कर संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है.

इसे भी पढे़ं: सपा ने जारी किया चुनावी सॉन्ग, 'अखिलेश बिन अब लखनऊ अच्छा नहीं लगता'

जनेश्वर मिश्र पार्क में होगा लेजर शो, चलेगी ट्वाय ट्रेन

गोमती नगर विस्तार में स्थित सबसे बड़े पार्क का स्वरूप और निखरेगा. पार्क के रखरखाव की जिम्मेदारी निभा रहे लखनऊ विकास प्राधिकरण ने यहां लेजर शो की शुरुआत करने के साथ-साथ ट्वाय ट्रेन भी चलाने का निर्णय लिया है. लखनऊ विकास प्राधिकरण की पांचवी बैठक गुरुवार को प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन की अध्यक्षता में हुई. बैठक में 11 करोड़ 70 लाख की आय का प्रस्ताव पारित किया गया. इस बैठक में प्राधिकरण के अध्यक्ष मंडलायुक्त रंजन कुमार, उपाध्यक्ष जिला अधिकारी अभिषेक प्रकाश सहित लखनऊ विकास प्राधिकरण एवं समिति के अन्य सदस्यों ने हिस्सा लिया. साथ ही जनेश्वर मिश्र पार्क अन्दर ट्वाय ट्रेन का संचालन किये जाने का निर्णय लिया गया. ट्वाय ट्रेन भारत सरकार द्वारा निःशुल्क उपलब्ध कराई जायेगी.

20 हजार से अधिक पौधों का होगा रोपण

बैठक में इस साल जनेश्वर मिश्र पार्क में वृहद्पौधरोपण कार्यक्रम कर 20 हजार से अधिक पौधों का रोपण करने का फैसला लिया गया. करीब 15 हजार पौध विभिन्न प्रकार के फलदार वृक्ष के पौध होंगे, जिससे पक्षियों का प्रवास सुगम होगा. इसके अतिरिक्त रोज गार्डेन, बोगन बेलिया गार्डेन और अन्य उपयोगी एवं सजावटी पौधे लगाये जायेंगे, जिससे पर्यावरण को अनुकूलता मिलेगी और पर्यटन को भी प्रोत्साहन मिलेगा.

बैठक में पार्क को दो भागों में विभक्त कर बहुउद्देशीय स्थल को आउटसोर्सिंग से संचालित करने का निर्णय लिया गया. इस संदर्भ में प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए गए. कहा गया कि लेजर शो के आयोजन और ट़वाय ट्रेन के संचालन से पाक की आय बढ़ेगी और रखरखाव को और भी बेहतर बनाया जा सकेगा.

लखनऊ: जनकल्याण महासमिति ने गोमती नगर विस्तार स्थित जनेश्वर मिश्र पार्क के रख रखाव को लेकर बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितता की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की है. पार्क का रखरखाव लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा किया जा रहा है. भाजपा सरकार बनने के बाद रख-रखाव की जिम्मेदारी एलडीए को दिया गया था. शिकायत में कहा गया है कि प्रदेश में साल 2018 में बीजेपी की सरकार बनने के बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा पहली बार पार्क के अनुरक्षण का कार्य शुरू किया गया. इससे पहले तक पार्क निर्माणाधीन के नाम पर रखरखाव किया जाता था. रखरखाव की शुरूआत के समय पार्क को 4 भागों में बांट दिया गया.

भाग एक के रखरखाव की जिम्मेदारी समिति के कर्मियों को दिया गया, तो वहीं भाग 2, 3 और 4 को निजी ठेकेदार को दिया गया. उस समय ठेका मूल्य भाग 2- 74 लाख, भाग 3 का 82 और भाग 4 का 84 लाख के आसपास था, जो 1 साल के लिए अलग अलग ठेकेदारों को 32 फीसदी कम मूल्य पर दिया गया. जिसे साल 2018-2019 में दोबारा ठेके के माध्यम से निविदा निकाला गया तो 42.5 फीसदी कम मूल्य से ठेका दिया गया.

जनेश्वर मिश्र पार्क
जनेश्वर मिश्र पार्क

असली खेल तब शुरू हुआ, जब भाग एक जो समिति के कर्मचारियों को दिया गया था, उसे पूरे मूल्य पर 2 साल के लिए ठेका दे दिया गया. अब सवाल यहीं से शुरू हो जाता है कि जब 1 साल के लिए भाग 2, भाग 3 और भाग 4 का ठेका उठाया गया और वर्तमान में 42.5 फीसदा कम मूल्य पर लोग उसी काम को करने को तैयार हैं, तो 2 साल का ठेका पूरी कीमत पर क्यों दिया गया? आरोप है कि अब इसी से एलडीए में भ्रष्टाचार का एक बड़ा रास्ता खुल गया है.

महासमिति का आरोप है कि भाग 2 का 1 करोड़ 10 लाख, भाग 3 का 1 करोड़ 15 लाख और भाग 4 का 1 करोड़ का 16 लाख का 2 साल के लिए अपने चहेते ठेकेदारों को ठेका देने के लिए सभी नियम कानून तोड़ दिए गए. इस पूरे मामले में जांच अधिकारी ने गड़बड़ी पकड़ा और 2 विकल्प दिए. जांच अधिकारी ने कहा कि या तो दूसरी फर्म को भी तकनीकी रूप से सही करते हुए, वित्तीय टेंडर खोला जाय या फिर दोबारा निविदा आमंत्रित की जाय. विभाग ने दूसरा विकल्प चुना.

महासमिति का कहना है कि दोनों फर्मों की प्रोफाइल देखने के बाद एलडीए ने अपने चहेते को टेंडर देने के लिए टेंडर के नियम भी बदल दिए. खुद के बनाये अनुभव प्रमाण पत्र से फर्म को लाभान्वित करने का खेल शुरू कर दिया. जांच हुई तो सारा खेल सामने आ जाएगा.

महासमिति ने आरोप लगाया कि कुछ अभियंता और अधिकारी मिलकर अनियमितता कर रहे हैं, जबकि जनेश्वर मिश्र पार्क बदहाल होता जा रहा है. पार्क का रखरखाव दुरुस्त नहीं है. अधिकारी एक बार फिर भ्रष्टाचार करने की तैयारी कर रहे हैं. महासमिति ने पूरे प्रकरण की जांच करा कर संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है.

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जनेश्वर मिश्र पार्क में होगा लेजर शो, चलेगी ट्वाय ट्रेन

गोमती नगर विस्तार में स्थित सबसे बड़े पार्क का स्वरूप और निखरेगा. पार्क के रखरखाव की जिम्मेदारी निभा रहे लखनऊ विकास प्राधिकरण ने यहां लेजर शो की शुरुआत करने के साथ-साथ ट्वाय ट्रेन भी चलाने का निर्णय लिया है. लखनऊ विकास प्राधिकरण की पांचवी बैठक गुरुवार को प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन की अध्यक्षता में हुई. बैठक में 11 करोड़ 70 लाख की आय का प्रस्ताव पारित किया गया. इस बैठक में प्राधिकरण के अध्यक्ष मंडलायुक्त रंजन कुमार, उपाध्यक्ष जिला अधिकारी अभिषेक प्रकाश सहित लखनऊ विकास प्राधिकरण एवं समिति के अन्य सदस्यों ने हिस्सा लिया. साथ ही जनेश्वर मिश्र पार्क अन्दर ट्वाय ट्रेन का संचालन किये जाने का निर्णय लिया गया. ट्वाय ट्रेन भारत सरकार द्वारा निःशुल्क उपलब्ध कराई जायेगी.

20 हजार से अधिक पौधों का होगा रोपण

बैठक में इस साल जनेश्वर मिश्र पार्क में वृहद्पौधरोपण कार्यक्रम कर 20 हजार से अधिक पौधों का रोपण करने का फैसला लिया गया. करीब 15 हजार पौध विभिन्न प्रकार के फलदार वृक्ष के पौध होंगे, जिससे पक्षियों का प्रवास सुगम होगा. इसके अतिरिक्त रोज गार्डेन, बोगन बेलिया गार्डेन और अन्य उपयोगी एवं सजावटी पौधे लगाये जायेंगे, जिससे पर्यावरण को अनुकूलता मिलेगी और पर्यटन को भी प्रोत्साहन मिलेगा.

बैठक में पार्क को दो भागों में विभक्त कर बहुउद्देशीय स्थल को आउटसोर्सिंग से संचालित करने का निर्णय लिया गया. इस संदर्भ में प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए गए. कहा गया कि लेजर शो के आयोजन और ट़वाय ट्रेन के संचालन से पाक की आय बढ़ेगी और रखरखाव को और भी बेहतर बनाया जा सकेगा.

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