लखनऊ: राजधानी की हजरतगंज कोतवाली पुलिस ने कांग्रेस के अनुसूचित जाति के प्रदेश अध्यक्ष आलोक सिंह पर मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया है. जानकारी के मुताबिक विधानसभा के सामने मंगलवार को महिला ने बीजेपी कार्यालय के बाहर खुद को आग लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया था. इसके बाद मौके पर पहुंची हजरतगंज पुलिस ने महिला को गंभीर हालत में सिविल हॉस्पिटल में भर्ती कराया था, जहां महिला को इलाज के दौरान बुधवार को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
वहीं इस मामले में लखनऊ पुलिस ने राजस्थान के पूर्व राज्यपाल सुखदेव प्रसाद के बेटे और कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष आलोक प्रसाद को गिरफ्तार किया था. आलोक पर आरोप है कि उन्होंने महराजगंज जिले की रहना वाली महिला को आत्मदाह के लिए उकसाया था. आलोक प्रसाद, उत्तर प्रदेश दलित अनुसूचित जाति के प्रदेश अध्यक्ष के अलावा महराजगंज जिले से कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष भी हैं. पुलिस का कहना है कि महिला ने जब आत्मदाह का प्रयास किया था, उस वक्त भी आलोक प्रसाद आसपास ही मौजूद थे. पुलिस ने इस बात का दावा उनकी लोकेशन मिलने को लेकर किया था.
बुधवार दोपहर महराजगंज पुलिस की एक टीम भी आलोक से पूछताछ में शामिल होने के लिए लखनऊ पहुंची थी. आलोक के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली के दारोगा नरेंद्र प्रताप राय ने आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा 306, 505 1(B), 120( B) में मुकदमा दर्ज कराया था, जिसके बाद पुलिस ने आलोक कुमार राय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं हजरतगंज कोतवाली की प्रभारी अंजली कुमार पांडे ने बताया कि पूछताछ के दौरान जानकारी मिली है कि आलोक कुमार के साथ कुछ अन्य साथी भी थे, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है.
जानकारी के मुताबिक 35 वर्षीय महिला का आरोप था कि महराजगंज के रहने वाले अखिलेश तिवारी से उनकी शादी हुई थी. इसके बाद महिला ने अपने पति अखिलेश से तलाक ले लिया और धर्म परिवर्तन कर आसिफ नाम के युवक से शादी कर ली थी, जो कि शादी के बाद सऊदी अरब चला गया.
वहीं महिला का आरोप था कि आसिफ के परिजन लगातार उसे प्रताड़ित करते थे, जिससे परेशान होकर महिला ने बीजेपी कार्यालय के सामने ज्वलनशील पदार्थ डालकर खुद को आग लगा ली. घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने महिला को इलाज के लिए सिविल हॉस्पिटल में भर्ती कराया था, जहां बुधवार को महिला की मौत हो गई.