ETV Bharat / state

यूपी के सार्थक को मालदीव में मिलेगा ग्लोबल यूथ पीस एम्बेसडर अवॉर्ड

लखनऊ विश्वविद्यालय में एमबीए के स्टूडेंट सार्थक प्रकाश सिन्हा को ग्लोबल यूथ पीस एम्बेसडर अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा. यह अवॉर्ड उन्हें विश्व में शांति की दिशा में कदम उठाने के लिए 31 अगस्त को मालदीव में दिया जाएगा.

सार्थक प्रकाश सिन्हा.
author img

By

Published : Aug 24, 2019, 11:23 PM IST

लखनऊ: दुनिया में हिंसा और आतंकवाद दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है, पर कुछ लोग ऐसे भी हैं जो शांति के लिए प्रयासरत हैं. ऐसा ही एक नाम है सार्थक प्रकाश सिन्हा का जो दुनिया में शांति एवंं महिला और बच्चों के सशक्तिकरण के लिए कार्यरत हैं.

सार्थक प्रकाश सिन्हा से बातचीत करतीं संवाददाता.

जानें, कौन हैं सार्थक

  • सार्थक प्रकाश सिन्हा लखनऊ विश्वविद्यालय में एमबीए के स्टूडेंट है.
  • सार्थक एनसीसी कैंडेट रह चुके हैं.
  • ग्लोबल यूथ पीस अवॉर्ड के लिए सार्थक को चुना गया है.
  • यह पुरस्कार उन्हें अगले हफ्ते मालदीव में दिया जायेगा.
  • सार्थक कहते हैं कि मैं हमेशा से वुमन एंपावरमेंट और चाइल्ड डेवलपमेंट के लिए कार्य करना चाहता था.

ये भी पढ़ें: मुस्लिम छात्राएं बोलीं, सरकार के इस कदम से हम भी बनेंगे डॉक्टर और इंजीनियर

मेरे काम में परिवार व शिक्षकों ने साथ दिया. अपने परिवार और शिक्षकों की बदौलत मैं देश और विदेशों की अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला में हिस्सा ले सका. जहां पर मैंने आतंकवाद खत्म करने और दुनिया में शांति लाने के तरफ उठाए जाने वाले कदमों के बारे में अपनी राय रखी.

-सार्थक प्रकाश सिन्हा, एमबीए स्टूडेंट, लखनऊ विश्वविद्यालय

मालदीव में 31 अगस्त को मिलेगा सम्मान

31 अगस्त को मालदीव में ग्लोबल यूथ पीस अम्बेसडर अवॉर्ड का आयोजन किया जाएगा. इसमें भारत, इराक, ईरान, नेपाल, भूटान और जापान सहित लगभग 40 देशों से 100 से भी अधिक प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं. इन सभी को यह अवॉर्ड दिया जाएगा. उत्तर प्रदेश से सार्थक इकलौते ऐसे युवा हैं, जिन्हें इस अवॉर्ड के लिए चयनित किया गया है.

ये भी पढ़ें: जेटली के निधन पर रो पड़े यूपी बीजेपी के प्रवक्ता, कहा- बोले थे घर से दाल-रोटी ले आओ

इस वजह से विश्व शांति के लिए काम करते हैं सार्थक

सार्थक कहते हैं कि यह काम पहले सिर्फ शौकिया तौर पर करता था, लेकिन जब मैं कई एनजीओ से जुड़ा तो देखा कि वहां की हालत काफी खराब है और जिस पर काम करने की आवश्यकता काफी ज्यादा है. इस वजह से ही मैंने एनजीओ से जुड़े रहने का फैसला किया और इस दिशा में अपना काम करता रहा. इसके पहले मैंने भारत-चीन विनिमय कार्यक्रम में भी विश्व शांति के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर अपनी बात रखी थी.

एनजीओ खोलने की इच्छा

अपने फ्यूचर गोल्स के बारे में सार्थक कहते हैं कि मैं यात्रा और पर्यटन विभाग से एमबीए कर रहा हूं ताकि भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के विषय पर काम करने की कोशिश कर सकूं. इसके अलावा मेरा मुख्य उद्देश्य वुमन एंपावरमेंट और चाइल्ड डेवलपमेंट ही रहेगा. इसके लिए भविष्य में एनजीओ खोलने की ओर भी अग्रसर हूं.

लखनऊ: दुनिया में हिंसा और आतंकवाद दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है, पर कुछ लोग ऐसे भी हैं जो शांति के लिए प्रयासरत हैं. ऐसा ही एक नाम है सार्थक प्रकाश सिन्हा का जो दुनिया में शांति एवंं महिला और बच्चों के सशक्तिकरण के लिए कार्यरत हैं.

सार्थक प्रकाश सिन्हा से बातचीत करतीं संवाददाता.

जानें, कौन हैं सार्थक

  • सार्थक प्रकाश सिन्हा लखनऊ विश्वविद्यालय में एमबीए के स्टूडेंट है.
  • सार्थक एनसीसी कैंडेट रह चुके हैं.
  • ग्लोबल यूथ पीस अवॉर्ड के लिए सार्थक को चुना गया है.
  • यह पुरस्कार उन्हें अगले हफ्ते मालदीव में दिया जायेगा.
  • सार्थक कहते हैं कि मैं हमेशा से वुमन एंपावरमेंट और चाइल्ड डेवलपमेंट के लिए कार्य करना चाहता था.

ये भी पढ़ें: मुस्लिम छात्राएं बोलीं, सरकार के इस कदम से हम भी बनेंगे डॉक्टर और इंजीनियर

मेरे काम में परिवार व शिक्षकों ने साथ दिया. अपने परिवार और शिक्षकों की बदौलत मैं देश और विदेशों की अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला में हिस्सा ले सका. जहां पर मैंने आतंकवाद खत्म करने और दुनिया में शांति लाने के तरफ उठाए जाने वाले कदमों के बारे में अपनी राय रखी.

-सार्थक प्रकाश सिन्हा, एमबीए स्टूडेंट, लखनऊ विश्वविद्यालय

मालदीव में 31 अगस्त को मिलेगा सम्मान

31 अगस्त को मालदीव में ग्लोबल यूथ पीस अम्बेसडर अवॉर्ड का आयोजन किया जाएगा. इसमें भारत, इराक, ईरान, नेपाल, भूटान और जापान सहित लगभग 40 देशों से 100 से भी अधिक प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं. इन सभी को यह अवॉर्ड दिया जाएगा. उत्तर प्रदेश से सार्थक इकलौते ऐसे युवा हैं, जिन्हें इस अवॉर्ड के लिए चयनित किया गया है.

ये भी पढ़ें: जेटली के निधन पर रो पड़े यूपी बीजेपी के प्रवक्ता, कहा- बोले थे घर से दाल-रोटी ले आओ

इस वजह से विश्व शांति के लिए काम करते हैं सार्थक

सार्थक कहते हैं कि यह काम पहले सिर्फ शौकिया तौर पर करता था, लेकिन जब मैं कई एनजीओ से जुड़ा तो देखा कि वहां की हालत काफी खराब है और जिस पर काम करने की आवश्यकता काफी ज्यादा है. इस वजह से ही मैंने एनजीओ से जुड़े रहने का फैसला किया और इस दिशा में अपना काम करता रहा. इसके पहले मैंने भारत-चीन विनिमय कार्यक्रम में भी विश्व शांति के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर अपनी बात रखी थी.

एनजीओ खोलने की इच्छा

अपने फ्यूचर गोल्स के बारे में सार्थक कहते हैं कि मैं यात्रा और पर्यटन विभाग से एमबीए कर रहा हूं ताकि भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के विषय पर काम करने की कोशिश कर सकूं. इसके अलावा मेरा मुख्य उद्देश्य वुमन एंपावरमेंट और चाइल्ड डेवलपमेंट ही रहेगा. इसके लिए भविष्य में एनजीओ खोलने की ओर भी अग्रसर हूं.

नोट इस खबर से जुड़ी हुई फीड एफटीपी द्वारा स्लग- up_luc_01_sarthak_youth_award_121_7200976 नाम से भेजी जा रही है। मोजो में टेक्निकल खामी की वजह से यह खबर मेल से भेजी गई है।

छोटी सी उम्र में विश्व शांति के लिए बड़े कदम उठा रहे हैं सार्थक, मिलने जा रहा है यह अवार्ड

लखनऊ। दुनिया में हिंसा और आतंकवाद दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है , पर कुछ लोग ऐसे भी हैं जो शांति के लिए प्रयास रत हैं । ऐसा ही एक नाम है, सार्थक प्रकाश सिन्हा जो दुनिया में शांति और महिला और बच्चों के सशक्तिकरण के लिए कार्यरत हैं।

वीओ1
सार्थक लखनऊ विश्वविद्यालय में एमबीए के स्टूडेंट है । वह एनसीसी कैडेट रह चुके हैं । अब उन्हें ग्लोबल यूथ पीस अवॉर्ड के लिए चुना गया है। यह पुरस्कार उन्हें अगले हफ्ते मालदीप मे दिया जायेगा। 

सार्थक कहते हैं कि मैं हमेशा से वुमन एंपावरमेंट और चाइल्ड डेवलपमेंट के लिए कार्य  करना चाहता था। इसमें परिवार व शिक्षकों ने साथ दिया। जिसके चलते मेंदेश और विदेशों की  अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला में हिस्सा ले सका। जहां पर मैंने आतंकवाद खत्म करने और दुनिया में शांति लाने के तरफ उठाए जाने वाले कदमों के बारे में अपनी राय रखी है।

अगली 31 अगस्त को मालदीव्स में ग्लोबल यूथ पीस अम्बेसडर अवार्ड का आयोजन किया जाएगा जिसमें भारत समेत इराक ईरान नेपाल भूटान जापान और लगभग 40 देशों से 100 से भी अधिक प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं इन सभी को यह अवार्ड दिया जाएगा उत्तर प्रदेश से सार्थक इकलौते ऐसे युवा हैं जिन्हें इस अवार्ड के लिए चयनित किया गया है। 

सार्थक कहते हैं कि यह काम पहले सिर्फ शौकिया तौर पर करता था लेकिन जब मैं कई एनजीओ से जुड़ा तो देखा कि वहां की हालत काफी खराब है और जिस पर काम करने की आवश्यकता काफी ज्यादा है इसकी वजह से ही मैंने एनजीओ से जुड़े रहने का फैसला किया और इस दिशा में अपना काम करता रहा इसके पहले मैंने भारत-चीन विनिमय कार्यक्रम में भी विश्व शांति के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर अपनी बात रखी थी

अपने फ्यूचर गोल्स के बारे में सार्थक कहते हैं कि मैं यात्रा और पर्यटन विभाग से एमबीए कर रहा हूं ताकि भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के विषय पर काम करने की कोशिश कर सकूं इसके अलावा मेरा मुख्य उद्देश्य वुमन एंपावरमेंट और चाइल्ड डेवलपमेंट ही रहेगा इसके लिए भविष्य में एनजीओ खोलने की ओर भी एक अग्रसर हूं।

वन टू वन- सार्थक प्रकाश सिन्हा

रामांशी मिश्रा
7200976



On Sat, 24 Aug, 2019, 16:41 RAMANSHI MISHRA, <ramanshi.mishra@etvbharat.com> wrote:
नोट इस खबर से जुड़ी हुई फीड एफटीपी द्वारा स्लग- up_luc_01_sarthak_youth_award_121_7200976 नाम से भेजी जा रही है। मोजो में टेक्निकल खामी की वजह से यह खबर मेल से भेजी गई है।

लखनऊ। दुनिया में हिंसा और आतंकवाद दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है , पर कुछ लोग ऐसे भी हैं जो शांति के लिए प्रयास रत हैं । ऐसा ही एक नाम है, सार्थक प्रकाश सिन्हा जो दुनिया में शांति और महिला और बच्चों के सशक्तिकरण के लिए कार्यरत हैं।

वीओ1
सार्थक लखनऊ विश्वविद्यालय में एमबीए के स्टूडेंट है । वह एनसीसी कैडेट रह चुके हैं । अब उन्हें ग्लोबल यूथ पीस अवॉर्ड के लिए चुना गया है। यह पुरस्कार उन्हें अगले हफ्ते मालदीप मे दिया जायेगा। 

सार्थक कहते हैं कि मैं हमेशा से वुमन एंपावरमेंट और चाइल्ड डेवलपमेंट के लिए कार्य  करना चाहता था। इसमें परिवार व शिक्षकों ने साथ दिया। जिसके चलते मेंदेश और विदेशों की  अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला में हिस्सा ले सका। जहां पर मैंने आतंकवाद खत्म करने और दुनिया में शांति लाने के तरफ उठाए जाने वाले कदमों के बारे में अपनी राय रखी है।

अगली 31 अगस्त को मालदीव्स में ग्लोबल यूथ पीस अम्बेसडर अवार्ड का आयोजन किया जाएगा जिसमें भारत समेत इराक ईरान नेपाल भूटान जापान और लगभग 40 देशों से 100 से भी अधिक प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं इन सभी को यह अवार्ड दिया जाएगा उत्तर प्रदेश से सार्थक इकलौते ऐसे युवा हैं जिन्हें इस अवार्ड के लिए चयनित किया गया है। 

सार्थक कहते हैं कि यह काम पहले सिर्फ शौकिया तौर पर करता था लेकिन जब मैं कई एनजीओ से जुड़ा तो देखा कि वहां की हालत काफी खराब है और जिस पर काम करने की आवश्यकता काफी ज्यादा है इसकी वजह से ही मैंने एनजीओ से जुड़े रहने का फैसला किया और इस दिशा में अपना काम करता रहा इसके पहले मैंने भारत-चीन विनिमय कार्यक्रम में भी विश्व शांति के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर अपनी बात रखी थी

अपने फ्यूचर गोल्स के बारे में सार्थक कहते हैं कि मैं यात्रा और पर्यटन विभाग से एमबीए कर रहा हूं ताकि भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के विषय पर काम करने की कोशिश कर सकूं इसके अलावा मेरा मुख्य उद्देश्य वुमन एंपावरमेंट और चाइल्ड डेवलपमेंट ही रहेगा इसके लिए भविष्य में एनजीओ खोलने की ओर भी एक अग्रसर हूं।

वन टू वन- सार्थक प्रकाश सिन्हा

रामांशी मिश्रा
7200976


ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.