लखनऊ : समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य स्वामी प्रसाद मौर्य ने भगवान राम को लेकर मैनपुरी में विवादित बयान दिया है. इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि राम विरोध ने समाजवादी पार्टी को पहले से ही कहीं का नहीं छोड़ा है. आगे स्वामी प्रसाद मौर्य का भी और भी बुरा हाल होने जा रहा है. उन्होंने भगवान राम का नहीं पूरी भारतीय संस्कृति का विरोध किया है.
गौरतलब है कि स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने मैनपुरी में समाजवादी पार्टी प्रत्याशी डिंपल यादव (Samajwadi Party candidate Dimple Yadav) के समर्थन में चार करते हुए भगवान राम को लेकर टिप्पणी की थी. मौर्य ने जो राम को लाए हैं हम उनको लाएंगे भाजपा के इस स्लोगन को लेकर तंज कसा था. जिसके बाद में भारतीय जनता पार्टी ने इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए पलटवार किया है.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आलोक अवस्थी (Bharatiya Janata Party state spokesperson Alok Awasthi) ने कहा है कि समाजवादी पार्टी का यही चाल चरित्र और चेहरा रहा है. 1990 से लेकर अब तक समाजवादी पार्टी यही करती रही है. अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलवाना हो. भगवान राम के मंदिर का विरोध करना हो. अयोध्या में चौरासी कोसी परिक्रमा का विरोध करना हो. इसी तरह से अब उनके नेता स्वामी प्रसाद मौर्य भी भगवान राम को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे हैं. ऐसी ही टिप्पणियों ने समाजवादी पार्टी को सत्ता से बाहर करके बेकार कर दिया है. स्वामी प्रसाद मौर्य का तो अब और भी बुरा हाल होगा.
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