लखनऊ: समाजवादी पार्टी ने पत्र भेजकर चुनाव आयोग से मांग की है कि आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी अथवा निर्वाचन अभिकर्ता की मांग पर विधान सभा के प्रत्येक मतदान केन्द्र में प्रयुक्त ईवीएम मशीन के वीवीपीएटी कागज पर्चियों का अनिवार्य रूप से सत्यापन कराया जाए, जिससे स्वतंत्र, निष्पक्ष और निर्भीक चुनाव सम्पन्न हो सके.
मुख्य चुनाव आयुक्त, भारत निर्वाचन आयोग को भेजे अपने पत्र में समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने कहा है कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर विधान सभा निर्वाचन में ईवीएम में दर्ज मतों की गणना के अंतिम चरण के पूरा होने के बाद रिटर्निंग ऑफिसर ड्रा से चुने गए मतदान केन्द्र की वीवीपीएटी कागज पर्चियों का अनिवार्य रूप से सत्यापन करते हैं. इसकी व्यवस्था के लिए स्पष्ट निर्देश जारी किए जाएं.
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समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश के चुनाव आयोग को पत्र भेजकर मतदाता सूची में जोड़े गए व हटाए गए नाम की सूची सार्वजनिक करने की मांग भी की थी. इसके बाद आयोग की तरफ से सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेजा गया था और राजनीतिक दलों को जोड़ें और हटाए गए नाम की मतदाता सूची उपलब्ध कराने के दिशा निर्देश दिए गए थे. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मतदाता सूची सार्वजनिक में किए जाने को लेकर निर्वाचन आयोग पर निशाना साधते हुए धरना प्रदर्शन करने की भी चेतावनी दी थी.
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