लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अमेठी के गौरीगंज से विधायक राकेश प्रताप सिंह ने अपनी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. आज उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित से मुलाकात की और उन्हें अपनी सदस्यता से त्यागपत्र सौंप दिया है. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को लिखे पत्र में प्रशासनिक मशीनरी का दुरुपयोग और क्षेत्र की समस्याओं को लेकर प्रशासन द्वारा हीलाहवाली करने और जनता की समस्याओं को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है. सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह ने अनिश्चितकालीन अनशन शुरू करने की बात कही है, उन्होंने कहा कि आज वह जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष बैठकर अनशन की शुरुआत करेंगे.
विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित को दिए त्यागपत्र में विधायक राकेश प्रताप सिंह ने लिखा है कि मेरी विधान सभा क्षेत्र में पीएमजीएसवाई योजना के अन्तर्गत दो मार्गों कादू नाला से थौरी मार्ग ( पैकेज संख्या - यूपी 68146 ) व मुसाफिरखाना से पारा मार्ग ( पैकेट संख्या - यू ० पी 068161 ) के बनते ही पूरी तरह से ध्वस्त हो जाने एवं आवागमन के कष्टप्रद हो जाने के प्रकरण को उप्र प्राक्कलन समिति के सदस्य के रूप में विगत वर्ष 2018 / 19 प्राक्कलन समिति एवं सदन में उठाता आ रहा हूं. समिति की उपसमिति द्वारा मुख्य कार्यपालक अधिकारी पीएमजीएसवाई के साथ स्थलीय निरीक्षण किया गया, जिसमें सड़क निर्माण कार्य को मानक के अनुरूप नहीं पाया गया तथा कार्यदायी संस्था द्वारा यह तर्क दिया गया कि सड़क मार्ग पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण में भारी वाहनों के आवागमन से क्षतिग्रस्त हुये हैं.
मेरे द्वारा विगत 03 वर्षों से प्रकरण में सक्षम स्तर पर लिखित प्रयास करने के बाद विधान सभा में नियम -51 के तहत प्रकरण को उठाये जाने पर सरकार द्वारा दिनॉक 25.02.2021 को सदन में यह आश्वासन दिया गया था कि उक्त मार्गों का पुनर्निर्माण कार्य 03 माह से भी न्यूनतम समय में पूर्ण हो जायेगा, लेकिन सड़क मार्गों के मरम्मत व पुनर्निर्माण का कार्य अभी तक प्रारम्भ नहीं हो सका. इस सम्बन्ध में मेरे द्वारा जिलाधिकारी, अमेठी को 02 अक्टूबर 2021 (पूज्य गांधी जी की जयंती) को ज्ञापन (छायाप्रति संलग्न है) देकर यह उल्लेख किया गया था, कि सड़क मार्गों का पुनर्निर्माण कार्य यदि दिनांक 31 अक्टूबर 2021 तक प्रारम्भ नहीं किया जाता है तो इस गूंगे, बहरे, अंधे प्रशासन की कार्य प्रणाली से मजबूर होकर मैं अपनी विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दूंगा.
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उन्होंने कहा कि सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती दिनॉक 31 अक्टूबर से पूज्य गांधीजी की प्रतिमा (अटल चौक हजरतगंज चौराहा) पर समस्या के निस्तारण तक अनवरत, अनिश्चितकालीन धरने पर अपने सहयोगियों के साथ कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुये बैठूंगा. लेकिन किन्तु मेरे द्वारा दिये गये ज्ञापन के उपरान्त भी प्रकरण में कोई कार्यवाही अमल में नहीं लायी गयी, उपरोक्त परिस्थितियों को देखते रखते हुये मैं स्वयं को वर्तमान सरकार के शासनकाल में जन समस्याओं के निस्तारण में सक्षम नहीं पा रहा हूं. जिससे मेरा वर्तमान विधान सभा में सदस्य के रूप में बने रहने का औचित्य नहीं हैं. अतः मैं विधान सभा की सदस्यता से त्यागपत्र देकर अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार अनशन पर बैठ रहा हूं, कृपया मेरा त्याग-पत्र स्वीकार करने की कृपा करें.