लखनऊ: परिवहन विभाग की तरफ से आयोजित राज्य स्तरीय भाषण प्रतियोगिता में साक्षी द्विवेदी ने सभी प्रतिभागियों को हराकर बाजी मार ली है. प्रदेश में पहले स्थान पर आने वाली साक्षी द्विवेदी को 51 हजार रुपये के इनाम से परिवहन विभाग ने पुरस्कृत किया. भाषण प्रतियोगिता में 'सड़क सुरक्षा एक चुनौती' विषय पर 56 प्रतिभागियों को साक्षी ने मात दी. 'ईटीवी भारत' ने राज्य स्तर पर प्रथम पुरस्कार विजेता साक्षी द्विवेदी से बातचीत की.
विजेता साक्षी द्विवेदी ने कहा कि शब्दों में नहीं बता सकती कि मुझे कैसा लगा. अपने जनपद का नाम रोशन किया. राज्य का नाम रोशन किया. मेरे विद्यालय से मुझे काफी सपोर्ट मिला. उन लोगों की बदौलत मैंने राज्य और जिले का नाम रोशन किया है और इस नोबल कॉज में अपना योगदान दे पाई. यह मेरे लिए बहुत बड़ी बात है.
साक्षी द्विवेदी ने सड़क हादसों के रोक पर कहा कि मेरा मानना है कि सब को सब कुछ पता है. कौन सा कानून है, कैसे पालन करना है. इसका मुख्य कारण है असंशोधनीय व्यवहार. लोग समझने के लिए तैयार ही नहीं है कि हमें यह करना है. असंशोधनीय व्यवहार जब तक लोग नहीं हटाएंगे, तब तक दुर्घटनाओं पर काबू नहीं किया जा सकता, साक्षरता चाहे कितनी ही क्यों न करा लें.
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लोगों को संदेश देते हुए साक्षी द्विवेदी ने कहा कि जब हम आधुनिकीकरण की बात करते हैं तो अवश्य उसका संदर्भ रफ्तार से होता है. परंतु यह रफ्तार हमारे दो पहिया और चार पहिया वाहन पर नहीं होती है. वह मानसिक आधुनिकीकरण की बात होती है. रफ्तार अवश्य रखें, लेकिन इसे सही दिशा निर्देशन दें.