लखनऊः राजधानी के विभूति खंड थाना क्षेत्र स्थित विराज खंड-4 निवासी योगेंद्र श्रीवास्तव के घर डकैतों ने हमला बोल दिया. मेरठ में गन्ना विभाग में बतौर इंजीनियर के पद पर कार्यरत योगेंद्र श्रीवास्तव के घर मंगलवार देर रात डकैतों ने परिवार को बंधक बनाकर वारदात को अंजाम दिया.
बंधक बनाकर इंजीनियर के घर डकैती
इंजीनियर के मां-बेटी को बंधक बनाकर डकैतों ने घर में रखे ज्वेलरी, कपड़े और नगदी के साथ डॉक्यूमेंट भी उठा ले गए. जानकारी के मुताबिक डकैत घर की खिड़की तोड़कर अंदर आये और पिछली खिड़की तोड़कर रेलवे ट्रैक की तरफ से भाग निकले.
पुलिस करीबी पर जता रही आशंका
जिस तरह से डकैतों ने डकैती की वारदात को अंजाम दिया है. उससे पुलिस अनुमान लगा रही है कि घर का कोई करीबी ही इस वारदात में शामिल हो सकता है. इंजीनियर के घर डकैती के खुलासे के लिए कई टीमों का गठन किया है. जो रेलवे स्टेशन, आस-पास घर, हॉस्पिटल पर लगे कैमरे को खंगाल रहे हैं. जिससे बदमाशों का कोई सुराग लग सके.
कम उम्र के थे सभी बदमाश
बताया गया कि घर में खिड़की के सहारे इंटर हुए डकैतों ने मां-बेटी को अलग-अलग कमरे में बंधक बनाया. उनसे घर में रखी नगदी के बारे में पूछताछ की. पीड़ित परिवार का कहना है जिस तरह से बदमाशों ने उन्हें बंधक बनाया था, सभी की कद काठी नई उम्र की लग रही थी.
मां-बेटी का अलग-अलग बनाया बंधक
इंजीनियर की पत्नी निशा श्रीवास्तव ने बताया वह घर मे सो रही थी. जैसे ही डकैत उनके घर में घुसे, उन्होंने दो भागों में बंटकर मां-बेटी को बंधक बना लिया. दोनों को अलग-अलग कमरों में बंद कर दिया था. निशा श्रीवास्तव के मुताबिक बेटी ने जब शोर मचाना चाहा, तो उसके सिर पर रॉड मार दी गई. जिससे वह घायल हो गई.
'ज्वेलरी और नगदी के बारे में पूछ रहे थे बदमाश'
निशा श्रीवास्तव ने बताया डकैत घर में रखी ज्वेलरी और पांच लाख रुपये के बारे में पूछ रहे थे. साथ ही उन्होंने पूछा कि घर का कुत्ता कहां है, और तुम्हारा पति और बेटा कहां है. जिसके बाद डकैतों ने मोबाइल फोन छीनने के साथ घर में रखे इलेक्ट्रॉनिक सामान को भी अपने कब्जे में ले लिया.
'डकैत अलग-अलग भाषाओं में कर रहे थे बात'
योगेंद्र श्रीवास्तव की बेटी जीनियस श्रीवास्तव ने बताया घर के अंदर 7 से 8 बदमाश आए हुए थे. घर के बाहर कितने लोग थे, इस बात की जानकारी नहीं है. उन्होंने बताया बदमाशों ने पैरों में चप्पल पहन रखी थी और गंदे कपड़े पहने हुए थे. सभी की भाषा शैली अलग-अलग थी. जिसमें कुछ लोग बिहारी भाषा, पश्चिमी बोली बोलने के साथ खड़ी बोली में बात कर रहे थे.
'डकैती के बाद घर में की दारू पार्टी'
गन्ना विभाग में कार्यरत इंजीनियर योगेश श्रीवास्तव ने बताया कि डकैतों ने उनके घर से ज्वेलरी, कपड़े और मार्कशीट लेकर फरार हुए हैं. साथ ही घर में मौजूद डॉक्यूमेंट से भी छेड़छाड़ की है. घर में डकैती करने के बाद डकैतों ने दारू पार्टी भी की.