लखनऊ: पिछले तीन सालों से रोडवेज का स्थापना दिवस नहीं मनाया जा रहा था. ईटीवी भारत' की खबर और परिवहन मंत्री की डपट के बाद इस बार स्थापना दिवस मनाए जाने की तैयारी शुरू हो गई है. मंगलवार की रात तक प्रदेश भर के सभी क्षेत्रीय कार्यालयों से चालकों-परिचालकों का डाटा मंगा लिया जाएगा. दो श्रेणियों में पांच-पांच चालक परिचालकों को पुरस्कार के लिए चयनित किया जाना है. बेहतर आय और किलोमीटर के लिए संविदा परिचालकों को भी सम्मानित किया जाएगा. इसके अलावा 2018-19 के दौरान कोई भी दुर्घटना न करने वाले चालकों को मंच पर सम्मान दिया जाएगा.
तीन साल बाद मनाया जाएगा रोडवेज का स्थापना दिवस...
- 1972 से रोडवेज का स्थापना दिवस हर साल मनाया जाता रहा है.
- स्थापना दिवस मनाने का उद्देश्य चालक-परिचालकों को मंच पर सम्मानित कर प्रोत्साहन देना होता है.
- सम्मान से दूसरे चालक-परिचालक भी प्रेरित होते हैं और रोडवेज को आगे बढ़ाने में मदद करते हैं.
- पिछले तीन सालों से रोडवेज का स्थापना दिवस नहीं मनाया जा रहा था, जिससे चालक-परिचालकों का मनोबल टूट रहा था.
- हाल ही में कुंभ में दिन-रात मेहनत कर चालक-परिचालकों ने रोडवेज को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज करा दिया.
इतना ही नहीं अगर शुद्ध लाभ की बात की जाए, तो रोडवेज को चालक-परिचालकों ने अपनी मेहनत से 122 करोड़ के फायदे में भी पहुंचा दिया. तीन सालों से न मनाए जाने वाले स्थापना दिवस पर जब 'ईटीवी भारत' ने परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को अवगत कराया, तो उन्होंने इस साल हरहाल में स्थापना दिवस मनाए जाने की बात कही थी.