लखनऊ: यमुना एक्सप्रेस-वे पर हुए बड़े हादसे के बाद भी रोडवेज के अधिकारी कोई सबक नहीं ले रहे हैं. बारिश में बसों को बिना वाइपर और ऑल वेदर लैंप के ही रूट पर भेजा जा रहा है. ऐसे में बारिश के दौरान बड़ा हादसा होने से इनकार नहीं किया जा सकता है.
- तीन दिन पहले आगरा में एक जनरथ बस यमुना एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें 29 लोगों की मौत हो गई.
- परिवहन विभाग के अधिकारियों ने इस हादसे के बाद भी सबक नहीं लिया है.
- बारिश से पहले ही रोडवेज की तरफ से निर्देश जारी किए जाते हैं कि बसों को बिना वाइपर और ऑल वेदर लैंप के रूट पर रवाना न किया जाए.
- जनरथ बसों को बिना वाइपर और बिना अच्छी क्वालिटी की लाइट के ही यात्रियों को भर कर रूट पर भेज दिया जाता है.
- इतना ही नहीं बसों में अगर शीशा भी टूटा है तो पर्दा लगाकर ही काम चलाया जा रहा है.
- पिछले साल बसों में वाइपर नहीं होने के कारण कई एक्सीडेंट भी हो चुके हैं, लेकिन अभी भी जिम्मेदार चेते नहीं है.
बारिश से पहले ही बसों में वाइपर और ऑल वेदर लैंप लगाने के दिशा-निर्देश जारी कर दिए जाते हैं. अभियान चल रहा है सभी बसों में वाइपर और ऑल वेदर लैम्प चेक किए जा रहे हैं. अगर किसी बस में वाइपर नहीं चल रहा है तो उस उसको रूट पर न भेजा जाए. वाइपर और ऑल वेदर लैंप लगे होने के बाद ही बसें रूट पर रवाना की जाएंगी.
-जयदीप वर्मा, मुख्य प्रधान प्रबंधक (प्राविधिक)