लखनऊ: मुख्य सचिव कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन करने वाले सचिवालय कर्मियों पर गाज गिरी है. सचिवालय कर्मियों पर धरना प्रदर्शन कर अनावश्यक दबाव डालने, सरकारी कार्य में व्यवधान पैदा करने समेत कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने के आरोप में एक समीक्षा अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है. वहीं 23 समीक्षा अधिकारियों को नोटिस जारी करके स्पष्टीकरण मांगा गया.
एक निलंबित, 23 को नोटिस
समीक्षा अधिकारी अरुण कुमार श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया गया है. वहीं समीक्षा अधिकारी सीमा गुप्ता, सूर्य प्रकाश पांडे, संजीव शर्मा, धर्मेंद्र प्रताप सिंह, सुरेश अरोड़ा, जयप्रकाश सिंह, सुधा सिंह, प्रेम चंद्र, रजनीश कुमार गौड़, अरुण कुमार, सूर्य नारायण पांडे, विजय प्रकाश, विनय कुमार राय, विष्णु श्रीवास्तव, संजीव रत्न मालवीय, कृपा शंकर तिवारी, हरि शंकर नाथ तिवारी, रमेश कुमार, प्रदीप श्रीवास्तव, अमृत सिंह यादव, किशोर टंडन, रविंद्र कुमार चौहान और चंदन कुमार को नोटिस जारी की गई है.
9 दिसम्बर को हुआ था धरना
बता दें कि अपनी मांगों को लेकर समीक्षा अधिकारियों का एक समूह ने 9 दिसंबर को मुख्य सचिव कार्यालय के समक्ष धरना दिया था. इससे पहले भी समीक्षा अधिकारियों का यह समूह मुख्य सचिव कार्यालय के समक्ष धरना दे चुका है. सचिवालय प्रशासन विभाग के विशेष सचिव अरुण प्रकाश की तरफ से सभी समीक्षा अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. 15 कार्य दिवस के भीतर समीक्षा अधिकारियों को लिखित स्पष्टीकरण देना होगा. यदि इनका स्पष्टीकरण नियत अवधि में शासन को नहीं मिला तो यह समझा जायेगा कि इनके ऊपर जो आरोप लगे हैं, उस पर इन्हें कुछ भी नहीं कहना है. इस संबंध में उपलब्ध आधार के शासन निर्णय लेगा.