लखनऊ. नेशनल हेल्थ मिशन (यूपी) ने संविदा पर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की भर्ती के लिए परीक्षा कराई थी. परीक्षा के सालभर बाद भी परिणाम जारी नहीं हुआ है. ऐसे में आक्रोशित अभ्यर्थियों ने विरोध जताया है. वहीं, लोहिया संस्थान में सर्वर ठप होने से तमाम मरीजों को वापस लौटना पड़ा.
एनएचएम ने जनवरी में 2700 और 1400 पद पर भर्ती के लिए विज्ञापन निकाले थे. इसमें कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ), जीएनएम, एएनएम, काउंसलर, एकाउंटेंट समेत अन्य पद पर शामिल थे. बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने आवेदन किया. इसके बाद 24 जनवरी 2021 को 2700 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा हुई. साथ ही 14 फरवरी 2021 को 1400 पद पर भर्ती के लिए परीक्षा हुई. एक साल से अधिक का समय गुजर जाने के बाद भी दोनों परीक्षाओं का परिणाम घोषित नहीं हुआ है.
परीक्षा परिणाम घोषित न होने से नाराज अभ्यर्थियों ने हुसैनगंज स्थित एनएचएम दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया. अभ्यर्थी विनोद, सुनीता का आरोप हैं कि अधिकारी जानबूझ कर परिणाम रोके हुए हैं. इससे बेरोजगार अभ्यर्थियों को दुश्वारियां झेलनी पड़ रही है. कई अभ्यर्थियों की आवेदन करने की अधिकतम उम्र भी पार हो रही है. बावजूद इसके अधिकारी परीक्षा के बाद परिणाम घोषित करने में लेटलतीफी कर रहे हैं.
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100 से ज्यादा मरीज लौटे
वहीं, लोहिया संस्थान में मंगलवार को सर्वर बार-बार हैंग होता रहा. ऐसे में दूर-दराज से आने वाले मरीजों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा. ओपीडी पंजीकरण न होने से 100 से ज्यादा मरीजों को बिना इलाज के वापस लौटना पड़ा. लोहिया संस्थान की ओपीडी तीन स्थानों पर चलती है. सुपर स्पेशियालिटी, हॉस्पिटल ब्लॉक और मातृ शिशु रेफरल सेंटर में ओपीडी का संचालन हो रहा है. रोजाना 3000 से ज्यादा मरीज ओपीडी में आ रहे हैं.
मंगलवार को पंजीकरण के लिए सुबह से मरीजों की कतारें लगी रहीं. कर्मचारियों ने पंजीकरण शुरू किया, लेकिन कुछ समय बाद सर्वर ने धोखा देना शुरू कर दिया. 20 से 25 मिनट में एक पंजीकरण हो रहा था. ऐसे में 100 से ज्यादा मरीजों का पंजीकरण नहीं हो सका. उन्हें बिना इलाज के वापस लौटना पड़ा.
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