लखनऊ: लखनऊ विकास प्राधिकरण की नई आने वाली आवासीय योजनाओं का भविष्य और उनके काम में तेजी लाने की कवायद किसानों की सहमति के बाद ही होगी. लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारी प्रस्तावित योजनाओं के किसानों के साथ संवाद करेंगे और किसानों से ली जाने वाली जमीन के एवज में जहां एक तरफ मुआवजा देने की बात होगी, वहीं उन्हें होने वाले लाभ भी बताए जाएंगे. मुख्य रूप से लैंड पूलिंग के आधार पर विकसित होने जा रही सुल्तानपुर रोड योजना या प्रबंधनगर योजना के आगे बढ़ने का काम किसानों की सहमति के बाद ही आगे बढ़ेगा.
किसानों के साथ बैठक करके जमीन की होगी बातचीत
एलडीए उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश ने प्रबंध नगर योजना और सुल्तानपुर रोड योजना के किसानों के साथ बैठक करके उन्हें लैंड पूलिंग योजना के बारे में बताने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं. ताकि जल्द से जल्द किसानों से जमीन अधिग्रहण का काम आगे बढ़े और प्रस्तावित टाउनशिप पर काम बढ़ सके. एलडीए उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश के निर्देश के बाद एलडीए के अर्जन विभाग ने इसको लेकर किसानों के साथ संवाद की योजना बनानी शुरू भी कर दी है.
अगले साल की शुरुआत में योजना पर काम शुरू करने की कवायद
एलडीए एक रोस्टर बनाकर गांव में किसान पंचायत करेगा और वीसी ने इसी महीने से इसकी शुरुआत करने की बात कही है. फिर नए साल तक इस काम को जल्द से जल्द आगे बढ़ाया जाए और प्रस्तावित योजनाओं का काम रफ्तार पकड़ सके. तहसीलदार और अभियंत्रण के अधिशासी अभियंता इन पंचायतों को कराने का काम करेंगे.
किसानों को लैंड पूलिंग के लाभ बताकर जमीन लेने की योजना
एलडीए वीसी अभिषेक प्रकाश का कहना है कि लैंड पूलिंग के लिए सहमति लेकर जल्द ही विकास कार्य शुरू करने की हमारी योजना है. इससे पहले जरूरी है कि किसानों से उनके बीच जाकर मिला जाए, जिससे सीधे किसान से उसकी जमीन के लिए वार्ता होगी और जमीन लेने में कहीं कोई कंफ्यूजन न हो उसको लेकर किसानों से बातचीत बहुत जरूरी है. लैंड पूलिंग को लेकर किसानों से उसके लाभ सहित अन्य सभी बिंदुओं पर बातचीत की जानी है.
आवासीय योजना पर बिना रुकावट काम बढ़ाने की योजना
दरअसल लखनऊ विकास प्राधिकरण अपनी प्रस्तावित योजना के काम को आगे बढ़ाने से पहले सभी किसानों से जिनकी भी जमीन योजना के लिए अधिग्रहित की जानी है, उन सभी किसान से बात करके पुख्ता बातचीत करना चाहते हैं. इससे पहले कई योजनाओं के किसानों से बातचीत के बजाय किसान प्रतिनिधियों से बात हुई थी और जब योजना पर काम शुरू हुआ तो तमाम किसानों ने जमीन देने से इनकार कर दिया था, जिसको लेकर तमाम तरह की बाधा भी आई थी. ऐसी परिस्थितियों को देखते हुए ही प्रत्येक किसान से बात करके उन्हें लैंड पूलिंग से किसानों को होने वाले लाभ को बता कर किसानों की जमीन लेने की योजना बनाई गई है.