लखनऊ: देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान ऐशबाग स्थित एक फैक्ट्री में बाल श्रम करवाया जा रहा था. जिसकी सूचना पर पुलिस और बाल कल्याण समिति की ओर से रेस्क्यू करवाया गया. बाल कल्याण समिति को ऐशबाग चौकी के माध्यम से सूचना मिली कि जेपी फूड इंडिया नमक फैक्ट्री में लॉकडाउन के बावजूद बच्चों से काम करवाया जा रहा है. चाइल्डलाइन लखनऊ और बाजार खाला पुलिस ने फैक्ट्री में काम कर रहे 8 बच्चों को रेस्क्यू किया. इनमें 5 लड़कियां थी और 3 लड़के थे.
डॉ. संगीता ने यह भी बताया कि बाल गृह में बच्चों के क्वारंटाइन की अब तक कोई व्यवस्था नहीं की गई है. इसी वजह से फैक्ट्री से रेस्क्यू किए गए सभी बच्चों को उनके घर पर भेजना पड़ा. रेस्क्यू किए गए बच्चों में से एक बच्चा सीतापुर का रहने वाला है. इसलिए जब बच्चे को मोहान रोड स्थित राजकीय बाल गृह बालक में भेजने की बात की गई तो वहां के अधीक्षक ने बच्चे को रहने से मना कर दिया. इसके बाद वह बच्चा अब भी चाइल्ड लाइन कार्यालय में है.