लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के करीब नौ महीने बीत चुके हैं. अब हिमाचल प्रदेश और गुजरात में चुनाव की बारी है. हिमाचल में वोटिंग हो चुकी है जबकि गुजरात में एक और पांच दिसंबर को वोट डाले जाएंगे. 8 दिसंबर को इन दोनों राज्यों में विधानसभा चुनाव के नतीजे आएंगे. हिमाचल और गुजरात में चुनाव के नतीजों से कई राजनीतिक दलों और उनके नेताओं की सियासी भूमिका नए सिरे से तय होगी. यूपी में भी कांग्रेस (congress in UP) में बदलाव होगा. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि अगर पार्टी हिमाचल प्रदेश में जीतकर सरकार बनाती है तो उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा नए सिरे यूपी मिशन पर निकलेगी.
8 दिसंबर को पता चलेगा कि हिमाचल प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी (Himachal Pradesh assembly election result ). कांग्रेस को उम्मीद है कि हिमाचल में परिवर्तन होगा. इस कारण हिमाचल चुनाव का नेतृत्व करने वाली कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को उत्तर प्रदेश में राजनीतिक यात्रा के जरिये दोबारा लॉन्च करने की तैयारी की जा रही है. उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की तरह प्रियंका गांधी के लिए यूपी में पदयात्रा की प्लानिंग कर रहे हैं. राजनीतिक विशेषज्ञ प्रोफेसर मनीष हिन्दवी का कहना है कि प्रदेश में कांग्रेस को दोबारा खड़ा करने के लिए शुरू की गई मुहिम हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव के परिणामों पर निर्भर करता है.
प्रदेश कांग्रेस से जुड़े नेताओं का कहना है कि राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी का जनता के साथ कनेक्ट बहुत अच्छा रहा है. भले ही 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को उम्मीद के अनुसार परिणाम ना मिला हो, लेकिन जनता के बीच में पैठ बनाने में पार्टी और प्रियंका गांधी दोनों ही सफल रहे हैं. कांग्रेस हिमाचल विधानसभा चुनाव के बाद नए सिरे से यूपी में प्रदेश संगठन को तैयार करने और प्रियंका गांधी के नेतृत्व में 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटना चाहती है. कांग्रेस चाहती है कि लोकसभा चुनाव के दौरान यूपी में त्रिकोणीय मुकाबला हो. प्रोफेसर मनीष हिंदवी का कहना है कि प्रदेश में पहला मौका था, जब 2022 का विधानसभा चुनाव दो पार्टियों के बीच में हुआ. दो दलों की लड़ाई में तीसरी पार्टी को परंपरागत वोटों से भी हाथ धोना पड़ा. तीसरे और चौथे नंबर वाली पार्टियां 5000 वोट के अंदर ही सिमट गई. अब कांग्रेस के लिए मौका है कि वह दोबारा से यूपी की तैयारी में जुटे और 2024 की लड़ाई को त्रिपक्षीय बनाए. इसमें कुछ हद तक कांग्रेस सफलता प्राप्त कर सकती है.
यूथ कांग्रेस नेता संजय सिंह का कहना है कि कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे ने प्रियंका गांधी को जिस तरह से हिमाचल चुनाव में उतारा है, उससे कांग्रेस के लोगों में काफी उत्साह है. हिमाचल प्रदेश में अगर पार्टी को जीत मिलती है. तो इसका पूरा श्रेय प्रियंका गांधी को जाएगा. पार्टी को उम्मीद है कि हिमाचल प्रदेश में इस बार बदलाव होगा और उस बदलाव का परिणाम यूपी में भी दिखेगा. प्रियंका गांधी वहां से जीत का मंत्र लेकर यूपी में दोबारा से जुड़ेंगी, इससे यहां के कार्यकर्ताओं को एक नई ऊर्जा मिलेगी. संजय सिंह का कहना है कि हमारी पार्टी की पूरी कोशिश है कि आगामी लोकसभा का चुनाव 2022 के विधानसभा चुनाव की तरह नहीं हो. यह मुकाबला सपा भाजपा के साथ ही कांग्रेस के बीच में भी हो. इसके लिए प्रियंका गांधी मजबूती के साथ तैयारी शुरू कर रही हैं. एक बार प्रदेश का संगठन का गठन होने के बाद प्रियंका गांधी जी नए सिरे से उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी संभालेंगी.
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