लखनऊ: गर्मी का मौसम शुरू होते ही आग की घटनाएं बढ़ने लगी हैं. वहीं राजधानी लखनऊ में बढ़ती हुई आग की घटनाओं को देखते हुए दमकल विभाग पूरी तरह से सचेत और सतर्क है. राजधानी में सबसे ज्यादा आग की घटनाओं में शॉर्ट सर्किट एक प्रमुख वजह होती है. इन घटनाओं पर फायर ऑडिट के माध्यम से ही रोक लगाई जा सकती है. साल 2020 में लखनऊ में 1344 आग लगने की घटनाएं हुईं थीं. वहीं 2019 में लगभग दो हजार के करीब आग लगने की घटनाएं सामने आई थी, लेकिन इस बार बढ़ती हुई आग की घटनाओं को रोकने के लिए दमकल विभाग द्वारा घरेलू सिलेंडर के सुरक्षित उपयोग की जानकारी समय-समय पर दी जा रही है. वहीं औद्योगिक संस्थानों की फायर आडिट के माध्यम से बड़ी आग की घटनाओं को रोकने की कोशिश भी चल रही है.
फायर ऑडिट से आग की घटनाओं में आई कमी
राजधानी लखनऊ में आग की घटनाओं में साल 2019 के मुकाबले 2020 में कमी आई है, इसकी बड़ी वजह फायर ऑडिट को बताया जा रहा है. लखनऊ में कई बड़े औद्योगिक संस्थान और अस्पताल हैं, इनमें समय-समय पर लगाए गए फायर उपकरणों की जांच की जाती रही है. जिससे कि आग की घटनाओं को समय रहते रोका जा सके. इसी के लखनऊ में साल 2020 में 1344 आग लगने की घटनाएं ही सामने आई हैं.
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फायर स्टेशनों की कमी आग के लिए जिम्मेदार
राजधानी लखनऊ की आबादी 50 लाख को पार कर चुकी है. राजधानी में बढ़ती हुई जनसंख्या के मुकाबले फायर स्टेशन की कमी है. वर्तमान में लखनऊ में कुल 8 फायर स्टेशन हैं. जबकि प्रस्तावित तूफान स्पेशल के लिए गोसाईगंज में फायर विभाग ने जमीन चिन्हित कर ली है. वहां फायर स्टेशन को बनाना है. ग्रामीण क्षेत्र होने के कारण फसलों में आग लगने से लेकर अन्य घटनाएं भी सामने आती हैं.
घरेलू सिलेंडरों की आग की घटनाओं के लिए विभाग सतर्क
राजधानी लखनऊ में घरेलू सिलेंडर में आग लगने और विस्फोट होने की घटनाओं में बढ़ोतरी हो रही है. वही इन घटनाओं को रोकने के लिए दमकल विभाग के निरीक्षक और अधिकारी समय-समय पर सिलेंडर के सुरक्षित उपयोग की जानकारी देते रहते हैं जिससे कि इन घटनाओं में कमी लाई जा सके.
राजधानी लखनऊ में मुख्य अग्निशमन अधिकारी विजय कुमार सिंह ने बताया कि सिलेंडर के सुरक्षित उपयोग और फायर ऑडिट के लिए नियमित रूप से काम किया जा रहा है.इन्हीं उपायों के चलते ही आग की घटनाओं में कमी देखी जा रही है.