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जानें क्या है धरती के लगातार बढ़ते तापमान की असल वजह

मानव जीवनशैली में हो रहे परिवर्तन और विभिन्न मशीनों के हो रहे इस्तेमाल, धरती के तापमान को बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं. इनके साथ ही कई ऐसे महत्वपूर्ण बिंदू हैं, जिनपर काम करना बहुत ही जरूरी हो गया है. लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. ध्रुव सेन सिंह ने इन बिंदुओं पर खास चर्चा की.

हम हैं जिम्मेदार.
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Published : May 22, 2019, 8:53 AM IST

लखनऊ: धरती का लगातार बढ़ता तापमान हमारे आसपास भीषण गर्मी और लू जैसी समस्याएं पैदा कर रहा है. तापमान बढ़ने के यूं तो कई कारण हैं. इनमें से कुछ मुख्य बिंदुओं को जानने के लिए ईटीवी ने लखनऊ विश्वविद्यालय के भूविज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ. ध्रुव सेन सिंह से बात की.

हम हैं जिम्मेदार.

तीन मुख्य कारण जो धरती का तापमान बढ़ा रहे हैं-

  • मानव जीवनशैली में आए परिवर्तनों के कारण धरती दिन-ब-दिन गर्म हो रही है.
  • पहले लोग घरों में भी 35 से 37 डिग्री के तापमान में रह लेते थे, जिससे बाहर का 40 डिग्री सेल्सियस का तापमान उनपर ज्यादा असर नहीं करता था.
  • अब घर में एसी में रहते हैं, घर से बाहर निकल कर कार में भी एसी में रहते हैं. ऐसे में जब धूप में निकलना पड़ता है तो वह हमारे लिए लू लगना या भीषण गर्मी का रूप बन जाता है.
  • हमारे आसपास बना कंक्रीट का जंगल भी गर्मी बढ़ने का एक कारण है.
  • बड़े-बड़े छायादार पेड़ों की कटाई भी एक महत्वपूर्ण कारण है.

इन्हीं कारणों से प्री मानसून या मानसून भी धीरे-धीरे अपना समय बदलते जा रहे हैं. पिछले कुछ सालों से प्री मॉनसून यहां आया ही नहीं है. इसके बारे में हमें सोचना चाहिए और इन्हें रोकने के उपाय जरूर करने चाहिए. अन्यथा भविष्य की पीढ़ी को काफी नुकसान उठाने पड़ सकते हैं.
- डॉ. ध्रुव सेन सिंह, प्रोफेसर लखनऊ यूनिवर्सिटी

लखनऊ: धरती का लगातार बढ़ता तापमान हमारे आसपास भीषण गर्मी और लू जैसी समस्याएं पैदा कर रहा है. तापमान बढ़ने के यूं तो कई कारण हैं. इनमें से कुछ मुख्य बिंदुओं को जानने के लिए ईटीवी ने लखनऊ विश्वविद्यालय के भूविज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ. ध्रुव सेन सिंह से बात की.

हम हैं जिम्मेदार.

तीन मुख्य कारण जो धरती का तापमान बढ़ा रहे हैं-

  • मानव जीवनशैली में आए परिवर्तनों के कारण धरती दिन-ब-दिन गर्म हो रही है.
  • पहले लोग घरों में भी 35 से 37 डिग्री के तापमान में रह लेते थे, जिससे बाहर का 40 डिग्री सेल्सियस का तापमान उनपर ज्यादा असर नहीं करता था.
  • अब घर में एसी में रहते हैं, घर से बाहर निकल कर कार में भी एसी में रहते हैं. ऐसे में जब धूप में निकलना पड़ता है तो वह हमारे लिए लू लगना या भीषण गर्मी का रूप बन जाता है.
  • हमारे आसपास बना कंक्रीट का जंगल भी गर्मी बढ़ने का एक कारण है.
  • बड़े-बड़े छायादार पेड़ों की कटाई भी एक महत्वपूर्ण कारण है.

इन्हीं कारणों से प्री मानसून या मानसून भी धीरे-धीरे अपना समय बदलते जा रहे हैं. पिछले कुछ सालों से प्री मॉनसून यहां आया ही नहीं है. इसके बारे में हमें सोचना चाहिए और इन्हें रोकने के उपाय जरूर करने चाहिए. अन्यथा भविष्य की पीढ़ी को काफी नुकसान उठाने पड़ सकते हैं.
- डॉ. ध्रुव सेन सिंह, प्रोफेसर लखनऊ यूनिवर्सिटी

Intro:लखनऊ। धरती का तापमान दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और यह हमारे आस पास भीषण गर्मी या लू जैसी समस्याओं को भी दावत दे रहा है। तापमान दिन प्रतिदिन बढ़ने के यूँ तो के कारण हैं, लेकिन इस तपन के बढ़ने के पीछे कुछ मुख्य बिंदुओं को जानने के लिए हमने लखनऊ विश्वविद्यालय के भूविज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर ध्रुव सेन सिंह से बात की। डॉ सिंह ने न केवल उन कारणों को बताया बल्कि कुछ ऐसे बिंदुओं की ओर भी हमारा ध्यान खींचा जो हमारी रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़ी हुई हैं।


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दिन-ब-दिन धरती पर बढ़ते तापमान और बढ़ती गर्मी के लिए हमारे आस पास ही कई कारक ऐसे हैं जो इसके जिम्मेदार है लखनऊ यूनिवर्सिटी के विज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ ध्रुव सेन सिंह कहते हैं कि मुख्य रूप से तीन कारण ऐसे हैं जो धरती का तापमान लगातार बढ़ा रहे हैं यदि उन्हें समय पर सुधारा नहीं गया तो आगे चलकर भविष्य में नतीजे बेहद खराब हो सकते हैं।

- डॉ सिंह कहते हैं कि पहला कारण हम खुद हैं। हमारी जीवनशैली में अब ऐसे परिवर्तन आ चुके हैं जिसकी वजह से हम यह समझ ही नहीं पा रहे हैं कि धरती को दिन-ब-दिन गर्म करने में हम ही जिम्मेदार हैं। पहले लोग घरों में भी रहते थे तो तापमान 35 से 37 डिग्री तक रहता था और जब वह बाहर निकलते थे तो 40 डिग्री सेल्सियस के तापमान में उन्हें ज्यादा परेशानी नहीं होती थी। तापमान जो आज है वही पहले भी होता था, लेकिन अब हम घर में भी एसी में रहते हैं, घर से बाहर निकल कर कार में भी एसी में रहते हैं और जब हमें धूप में निकलना पड़ता है तो वह हमारे लिए लू लगना या भीषण गर्मी का रूप बन जाता है।

- इसके अलावा डॉक्टर सिंह कहते हैं कि हमारे आसपास कंक्रीट का जंगल बनता चला जा रहा है। आसपास बनती बड़ी बड़ी बिल्डिंग और घर धूप की किरणों को अवशोषित नहीं कर पाते और इस वजह से तापमान बढ़ता जा रहा है। यदि इसका उल्टा हो कि घर के आसपास मिट्टी ज्यादा हो तो वह सूर्य की किरणों को अवशोषित कर लेती है और ऐसे में गर्मी कम हो जाती है।

- डॉ सिंह कहते हैं कि सबसे महत्वपूर्ण कारण यह है कि हमने बड़े-बड़े छायादार पेड़ों को काट दिया है और उसकी जगह पर छोटे कद वाले पेड़ लगाए हैं। लोगों को लगता है कि यहां तापमान को कम करने में सहायक होगा, लेकिन यह सच नहीं है। बड़े , ऊंची हाइट वाले और छायादार पेड़ तापमान को कम करने और धरती को ठंडा रखने में ज्यादा सहायक साबित होते हैं।


Conclusion:डॉक्टर सिंह कहते हैं कि इन कारणों के अलावा हमारे आस पास भी कुछ ऐसे कारक हैं जिनकी वजह से दिन-ब-दिन गर्मी बढ़ती जा रही है और इस वजह से प्री मानसून या मानसून भी धीरे धीरे अपना समय बदलता जा रहा है पिछले कुछ वर्षों से प्री मॉनसून यहां आया ही नहीं है। इसके बारे में हमें सोचना चाहिए और कुछ ऐसे उपाय जरूर करनी चाहिए अन्यथा भविष्य की पीढ़ी को काफी नुकसान उठाने पड़ सकते हैं।

बाइट- डॉ ध्रुव सेन सिंह, प्रोफेसर लखनऊ यूनिवर्सिटी

रामांशी मिश्रा
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