लखनऊ : राजधानी लखनऊ के महानगर कोतवाली में आरबीआई के सहायक प्रबंधक की ओर से जाली नोट मिलने की शिकायत दर्ज कराई गई है. जिसके बाद पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच में जुट गयी है. इससे पहले भी इसी साल अप्रैल व मई महीने में नोट परीक्षण के दौरान मिले 44 जाली नोट की शिकायत दर्ज कराई गई थी. लेकिन हर बार की तरह इस बार भी कोई नतीजा नहीं निकला.
मिली जानकारी के मुताबिक, आरबीआई के सहायक प्रबंधक मोहित प्रियदर्शी ने महानगर कोतवाली में मंगलवार को एक मुकदमा दर्ज कराया है. आरबीआई के सहायक प्रबंधक ने अपने शिकायती पत्र में कहा है कि उनको लगातार शिकायत प्राप्त हो रही है कि करेंसी चेस्ट में जाली नोट मिल रहे हैं. उन्होंने कहा नोटों के जाली मिलने की संख्या कभी बढ़ती है तो कभी घट जाती है.
आपको बताते चलें कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ओर से यह कोई पहला मामला नहीं दर्ज कराया गया है. इससे पहले साल 2017-18 व साल 2021 में भी भारी संख्या में जाली नोट मिलने की शिकायत दर्ज कराई जा चुकी है. साल 2017-18 में रिजर्व बैंक को 1000 रुपये के जाली नोटों की शिकायत मिल रही थी. तो वहीं साल 2021 में रिजर्व बैंक में 500 रुपये के जाली नोट की शिकायतें बढ़ रही हैं.
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इस मामले पर महानगर कोतवाल प्रदीप कुमार सिंह का कहना है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के सहायक प्रबंधक मोहित प्रियदर्शी की ओर से मिले शिकायती पत्र के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. उन्होंने शिकायत पत्र में बताया है कि उनको एक बार फिर जाली नोटों की शिकायतें मिल रही हैं. फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. आरोपियों की तलाश की जा रही है. इंस्पेक्टर ने बताया यह मुकदमा अधिकारियों के आदेश के बाद ही दर्ज हुआ है. फिलहाल उन्होंने दावा किया है कि जल्द ही जाली नोट फैलाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी.