लखनऊ : राजधानी लखनऊ की अपनी एक संस्कृति है. यहां के ऐशबाग की 400 साल पुरानी रामलीला बेहद मशहूर है. चौक की रानी कटरा स्थित चारोधाम मंदिर में रावण का दरबार सजता है. और उस दिन खुद लंकेश भगवान भोलेनाथ के पुजारी रावण की पूजा करते हैं. दरअसल, विष्णु त्रिपाठी नाम के व्यक्ति श्री पब्लिक बाल रामलीला समिति में पिछले 42 सालों से रावण का अभिनय कर रहे हैं. वहीं अपने शानदार अभिनय के चलते उन्हें 2003 में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल ने लंकेश की उपाधि से सम्मानित भी किया था. यहां तक कि भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी भी लंकेश कहकर ही पुकारते थे. विष्णु त्रिपाठी 'लंकेश' पिछले 42 सालों से इस मंदिर में रावण की मूर्ति के सामने बैठकर पूजा करते आ रहे हैं. वो इस तरह के इकलौते व्यक्ति हैं.
चौक के इस मंदिर में सजता है रावण का दरबार
लखनऊ के चौक के रानी कटरा मोहल्ला के चारोधाम मंदिर में रावण का दरबार मौजूद है. यह इकलौता मंदिर है जिसमें रावण की मूर्ति स्थापित है. इस मंदिर का निर्माण कुंदन लाल कुंज बिहारी ने कराया था. इस मंदिर की पहचान भी छोटी काशी के रूप में है. मंदिर के रावण दरबार में रावण के मंत्री दोनों तरफ बैठे हुए दिखाई देते हैं. वहीं रामलीला में लंकेश का किरदार निभाने वाले विष्णु त्रिपाठी इकलौते ऐसे शख्स हैं जो दशमी के दिन रावण की पूजा करते हैं. हालांकि इस बार रामलीला का मंचन तो नहीं हो रहा है लेकिन दशहरे के दिन वो रावण की पूजा जरूर करेंगे.
दशहरे के दिन लंकेश करता यह काम
रामलीला में रावण का किरदार निभाने वाले विष्णु त्रिपाठी उर्फ लंकेश पूरे साल में अपनी दाढ़ी नहीं बनवाते हैं. लेकिन वह दशहरे के दिन रावण की पूजा करने से पहले अपनी दाढ़ी बनवाते हैं. क्योंकि श्री पब्लिक बाल रामलीला समिति में लंकेश पिछले 42 सालों से रावण का किरदार निभा रहे हैं. इस किरदार के लिए ही वह पूरे साल दाढ़ी रखते हैं और दशहरे के दिन वह अपनी दाढ़ी बनवाते हैं. इस बार रामलीला का मंचन तो नहीं हो रहा है लेकिन वह रावण की पूजा जरूर करेंगे.
विष्णु त्रिपाठी बताते हैं कि वे इकलौते ऐसे व्यक्ति है जो दशहरे के दिन रावण की पूजा रावण के मंदिर में बैठकर करते हैं. इस बार रामलीला का मंचन तो नहीं हो रहा है लेकिन वह रावण की पूजा जरूर करेंगे.