लखनऊः लखनऊ विकास प्राधिकरण चूहों, कॉकरोच और छिपकली से परेशान है. आशंका है कि प्राधिकरण कार्यालय में महत्वपूर्ण कागज और फाइलों काे चूहे कुतर सकते हैं. यहां तक की फाइलें गायब होने में भी चूहों द्वारा कुतरने का बहाना बनाए जाने की आशंका है. इसी के चलते प्राधिकरण की ओर से गोमती नगर मुख्यालय और लाल बाग कार्यालय में इन जीवों पर नियंत्रण पाने के लिए एजेंसी को जिम्मेदारी दी जाएगी. चूहों के संबंध में जिलाधिकारी और कार्यवाहक उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश नाराजगी जता चुके हैं.
कई बार फाइलों को कुतर चुके हैं चूहे
प्राधिकरण के उपाध्यक्ष कार्यालय में महत्वपूर्ण कागज और फाइलों काे चूहों द्वारा कुतरते हुए देखा गया था. इसको लेकर एलडीए उपाध्यक्ष ने एक एक्सईएन को कड़ी फटकार लगाई थी.
वीसी के सामने मेज पर आ गए थे कॉकरोच
बता दें कि जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने एलडीए के कार्यवाहक उपाध्यक्ष का पद संभालने के बाद जब अपनी पहली मीटिंग ली थी तो उनके सामने मेज पर दो कॉकरोच घूम रहे थे. उन्होंने हाथ से दोनों कॉकरोच को हटाया था. कॉकरोच हटा कर उनकी नजरें सामने की ओर गई थीं तो देखा कि अधिकारियों के पीछे अलमारी के ऊपर एक मोटा चूहा था. इस पर अभिषेक प्रकाश भड़क उठे थे और उन्होंने कहा कि यहां मेंटेनेंस कौन देखता है. यही नहीं, डीएम ने नाराज होते हुए कहा था कि जब पूरे शहर के विकास की जिम्मेदारी एलडीए पर है, लेकिन एलडीए में ही गंदगी और कीड़े मकौड़ों की भरमार लगी हुई है. इस पर मेंटेनेंस देख रहे अधिशासी अभियंता ओपी मिश्र से लिखित स्पष्टीकरण भी मांगा गया. इसके बाद प्राधिकरण में चूहों के खिलाफ अभियान शुरू हुआ.
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जल्द किया जाएगा एजेंसी का चयन
बीते साल कुछ समय तक पेस्ट कंट्रोल ऑफ इंडिया नाम की एजेंसी से चूहों की समस्या का निदान करवाया गया था. उपाध्यक्ष कार्यालय में रैट स्टक बॉक्स लगाए गए और इससे चूहे पकड़े गए. अब एक बार फिर से एजेंसी का चयन किया जाएगा. चूहों के अलावा कॉकरोच व छिपकली को भी पूरी तरह से समाप्त करवाने की योजना है. इसके अलावा सफाई का भी पूरा ख्याल रखा जाएगा.