लखनऊ : राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद चौधरी जयंत सिंह शनिवार 29 जुलाई को विपक्ष के अन्य नेताओं व प्रतिनिधियों के साथ मणिपुर पहुंच रहे हैं. वह वहां की मौजूदा परिस्थित से अवगत होंगे तथा लंबे समय से पीड़ा झेल रहे मणिपुर के लोगों से मुलाकात करेंगे. राष्ट्रीय लोक दल ने ट्वीट के माध्यम से यह जानकारी साझा की है. मणिपुर हिंसा को लेकर देश की संसद में लगातार गतिरोध बना हुआ है. एक और जहां पूरा विपक्ष संसद में प्रधानमंत्री द्वारा इस मुद्दे पर जवाब देने की मांग कर रहा है. वहीं सत्तापक्ष इस मुद्दे पर सदन में चर्चा को तैयार है, पर इसके लिए गृहमंत्री अमित शाह को आगे कर रहा है. वहीं संसद में लगातार बने गतिरोध के बीच सभी विपक्षी दलों के नेताओं ने एक साथ शनिवार को मणिपुर जाकर वहां के मौजूदा हालात का जायजा लेने की घोषणा गुरुवार को की थी.
बता दें, इससे पहले मणिपुर घटना के विरोध में जयंत चौधरी संसद में काले कपड़े पहनकर पहुंचे थे. सत्ता पक्ष पर हमला करते हुए कहा था कि कुकी जनजाति की दो लड़कियों के निर्वस्त्र कराकर घुमाए जाने और यौन उत्पीड़न का वीडियो वायरल होने के बाद पूरे देश को शर्मसार किया है. इस अवसर पर उन्होंने कहा था कि विरोध के लिए नए-नए तरीके अपनाने पर रहे हैं, लेकिन सदन की गंभीरता पूर्वक कार्रवाई होनी चाहिए. सरकार की जवाबदेही तय होनी चाहिए. साथ ही मणिपुर की घटना को लेकर प्रधानमंत्री को एक वक्तव्य देना चाहिए, ताकि पूरे देश को एक संदेश जाए कि मणिपुर घटना को लेकर सभी लोग गंभीर है.
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जो हाल आपने यूपी का किया है उसके लिए जनता आपको कभी नहीं भूलेगी मुख्यमंत्री जी...#NoThankyouYogiJi #BJPGovFails pic.twitter.com/INcORSAnOl
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— Rashtriya Lok Dal (@RLDparty) July 28, 2023
आरएलडी के बीजेपी की तरफ जाने की अटकलों को झटका
आरएलडी के अध्यक्ष व सांसद जयंत चौधरी के विपक्ष के नेताओं के साथ मणिपुर जाने के इस फैसले का राजनीतिक मतलब निकाला जा रहा है. बीते दिनों हुए विपक्ष की बैठक से पहले जयंत चौधरी के बीजेपी के साथ गठबंधन में जाने की चर्चा तेज हो रही थीं. पटना में हुए विपक्ष की बैठक में उनके न पहुंचने पर इसकी अटकलें काफी तेज भी हुई थी, पर बेंगलुरु में हुए सभी पक्षी दलों की बैठक में पहुंचकर जयंत चौधरी ने यह साफ संकेत दिया था कि वह उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में बने हुए हैं और अब यह दूसरा मौका है. जब वह समूचे विपक्ष के साथ मणिपुर दौरे पर जा रहे हैं. ऐसे में लोकसभा चुनाव 2024 से पहले आरएलडी के उत्तर प्रदेश में नए गठबंधन के साथी की तलाश की जो कयास लगाए जा रहे हैं. उसको एक तगड़ा झटका माना जा रहा है.
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