फिरोजाबादः अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का नाम से अभी भी लोग डरते हैं. लेकिन जिले के रहने वाले कारोबारी ने 23 साल पहले मुंबई स्थित दाउद इब्राहिम की संपत्ति खरीद ली थी. जिले के रहने वाले हेमंत जैन 23 साल बाद दाऊद इब्राहिम से खरीदी संपत्ति की रजिस्ट्री कराने में कामयाब हो गए.
लंबे संघर्ष के बाद 19 दिसम्बर को आयकर विभाग ने संपत्ति को हेमंत जैन के नाम कर दिया. अब हेमंत ने आयकर विभाग और मुंबई पुलिस से कब्जा दिलाने के लिए गुहार लगाई है. हेमंत का कहना है कि उसे कब्जा जरूर मिलेगा.
शहर के लहरी कंपाउंड के रहने वाले हेमंत जैन के मुताबिक, उन्होंने दाऊद इब्राहिम की संपत्ति को साल 2001 में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से खरीदा था. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने मुंबई के नागपाड़ा थाना क्षेत्र के जयराज भाई स्ट्रीट इलाके में दाऊद की 23 संपत्तियों को जब्त किया था. इन संपत्तियों में चार फीट की गली में 144 फीट की दुकान भी शामिल थी. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में साल 2001 में इस संपत्ति की नीलामी के लिए एक विज्ञापन प्रकाशित किया था. कुछ दिन बाद अखबार में एक समाचार पब्लिश हुआ कि दाऊद की संपत्ति के लिए कोई खरीदार नहीं मिला.
खबर पढ़कर हेमंत जैन ने मुंबई इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से संपर्क किया और 144 फीट वाली दुकान को दो लाख में खरीदने का फैसला लिया. उन्होंने इसके लिए 20 और 28 सितंबर 2001 को एक-एक लाख की किस्तों में दो लाख रुपये जमा भी कर दिए. लेकिन लेकिन काफी समय बीतने के बाद भी उनके नाम यह संपत्ति नहीं हो सकी.
हेमंत जैन ने बताया कि उन्होंने कई पत्र इनकम टैक्स डिपार्टमेंट, मुंबई पुलिस और प्रधानमंत्री कार्यालय को लिखे. उनके हर पत्र का जबाब तो आया लेकिन उनके नाम रजिस्ट्री न हो सकी. इसके बाद कोर्ट में केस दायर किया. कोर्ट के आदेश पर दिसम्बर 2024 में 23 हजार 100 और एक लाख 26 हजार 680 रुपये स्टाम्प ड्यूटी के रजिस्ट्रार के दफ्तर में जमा किये. तब जाकर 19 दिसम्बर को इस संपत्ति की रजिस्ट्री उनके नाम हो सकी है. हेमंत जैन ने मुंबई पुलिस, महाराष्ट्र सरकार और पीएम से कब्ज दिलाने की गुहार लगाई है. हेमंत जैन ने कहा कि वह कब्जा लेकर ही रहेंगे चाहे उन्हें कितना भी संघर्ष क्यों न करना पड़े.
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