लखनऊ: राजधानी के पारा थाना में एक पीड़िता ने पिछले साल दुष्कर्म की एफआईआर दर्ज कराई थी. इसके बाद भी आरोपी के मददगार लगातार पीड़िता व उसके परिवार को जान-माल के नुकसान की धमकी दे रहे हैं. सुबह-शाम पीड़िता के घर में धमकी भरी चिट्ठियां फेंकी जाने लगी. आरोप के मुताबिक पीड़िता का पीछा भी किया जा रहा है. इसको लेकर बीते 25 मई को पीड़िता ने फिर एक एफआईआर धमकी के संबंध में दर्ज करायी. पीड़िता ने पुलिस कमिश्नर से लेकर जिलाधिकारी व पुलिस आयुक्त महिला अपराध से भी कार्रवाई के लिए पत्र लिखकर अनुरोध किया.
रोजाना मिल रहे धमकी भरे लेटर
पीड़िता के मुताबिक 18 नवंबर 2020 को उसने उदित कुमार अवस्थी के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था. इसके बाद आरोपी जेल में निरुद्ध हुआ. बावजूद इसके पीड़िता को आरोपी के मददगार लगातार धमकी दे रहे हैं. इतना ही नहीं, आरोपी के मददगार उसका पीछा तक करने लगे. सुबह शाम पीड़िता के घर में धमकी भरे लेटर फेंके जाने लगे. इन सब से आहत पीड़िता ने बीते 25 मई को धमकी के बारे में एक एफआईआर और कराई. पीड़िता का आरोप है कि फिर भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की.
'उठने लगा पुलिस से भरोसा'
पीड़िता की मानें तो उसके या उसके परिवार के साथ कुछ भी, कभी भी हो सकता है. ऐसे में पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने से उसका भरोसा पुलिस से उठने लगा है.
पढ़ें- 9 IPS अधिकारियों के तबादले, प्रभाकर चौधरी बने मेरठ के SSP