लखनऊ : यूपी के उन्नाव जिले में हुए दुष्कर्म मामले में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के करीब एक वर्ष बाद भी गिरफ्तारी नहीं हुई. इस दौरान आरोपी पीड़ित परिवार को लगातार मुकदमा वापस लेने के लिए धमका रहे हैं. इस मामले में पीड़ित पक्ष कई बार मुख्यमंत्री को पत्र भी लिख चुका है. शिकायत के बाद भी दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई न होन से आजिज दंपती शुक्रवार को यूपी विधान सभा भवन के सामने पहुंचे और आत्मदाह का प्रयास किया. हालांकि आग लगाने के पहले ही सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया और बाद में उन्नाव पुलिस के हवाल कर दिया.
जानकारी के अनुसार शुक्रवार दोपहर करीब दो बजे विधान भवन के सामने एक महिला और पुरुष ज्ज्वलनशील तेल से भरा डिब्बा लेकर पहुंचे थे. इसके पहले आसपास के लोग कुछ समझ पाते दोनों ने बारी बारी से डिब्बे का सारा तेल अपने ऊपर उडेल लिया और आग लगाने की कोशिश करने लगे. यह देख आसपास मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया. पूछताछ में महिला ने बताया कि उन्नाव के असोहा सिरवइया निवासी खुद को सपा नेता बताने वाले सतीश त्रिपाठी, उनका बेटा सुयश त्रिपाठी व आकार त्रिपाठी ने बीते साल 25 अक्टूबर को घर में घुसकर दुष्कर्म किया. विरोध पर पिटाई कर दी और जान से मारने की धमकी देकर चले गए. इस मामले में उन्नाव के असोहा थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था. कोर्ट ने आरोपियों के खिलाफ कुर्की का आदेश भी कर चुकी है. इसके बाद भी पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है. इसके चलते आरोपी लगातार धमकी दे रहे हैं. इस बाबत मानवाधिकार आयोग के आदेश पर जांच उन्नाव के असोहा थाने से जांच बाराबंकी के हैदरगढ़ थाने को स्थानांतरित की जा चुकी है. बहरहाल पुलिस ने पूछताछ के बाद दंपती को उन्नाव पुलिस के हवाले कर दिया.
लखनऊ में भाजपा नेता पर हमला
ठाकुरगंज में प्रतिमा के विसर्जन के दौरान भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष के भाई और भतीजे पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया. आरोप है कि आरोपी प्रतिमा विसर्जन के लिए पैसे मांग रहे थे और विरोध करने पर हमला कर दिया. बचाव में आए एक युवक की भी पिटाई कर दी गई. मारपीट में कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. इस दौरान मदद के लिए पहुंचे मछुआरे भोला का भी आरोपियों ने बेरहमी से पीटा गया. घटना की सूचना मिलने पहुंची पुलिस ने घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया. इस संबंध में मुकदमा दर्ज कर पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है.
इंस्पेक्टर ठाकुरगंज विकास राय के मुतबिक दुबग्गा के बरावन खुर्द में श्याम सुंदर रहते हैं. वह भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ के जिला संयोजक हैं. उनके घर के करीब शिव शक्ति धाम है. जिसका रख रखाव उनके भाई पूर्व जिला अध्यक्ष श्री कृष्ण लोधी करते हैं. बुधवार को शिव मंदिर की खंडित प्रतिमा लेकर घैला पुल गोमती में प्रवाहित करने गए थे. साथ में उनका भतीजा शिवम, चचेरा भाई संदीप, ऋषभ व 10 साल का बच्चा अविकर्ष था. आरोप है कि नदी किनारे पहुंचने पर वहां पहले से मौजूद मुन्ना बाबा, कुलदीप, विमलेश, वेद प्रकाश यादव निवासी सीतापुर, दीपक तिवारी निवासी हयातनगर और उनके 10 अज्ञात साथियों ने उनको रोक लिया. आरोपियों ने प्रतिमा प्रवाहित करने के नाम पर पैसे मांगे. इस पर श्याम सुंदर और उनके साथ मौजूद लोगों ने विरोध किया. इस पर आरोपियों ने लाठी-डंडे व धारदार हथियार से हमला कर दिया. हमले में श्याम सुन्दर, संदीप समेत कई लोग घायल हो गए. इस दौरान मदद के लिए पहुंचे मछुआरे भोला को भी आरोपियों ने बेरहमी से पीटा.
इंस्पेक्टर ठाकुरगंज विकास राय ने बताया कि विवाद प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुआ था. श्याम सुंदर की तहरीर पर विमलेश, वेद प्रकाश, मुन्ना बाबू, कुलदीप, वेद प्रकाश यादव, दीपक और उनके अन्य साथियों के खिलाफ मारपीट, बलवा जानलेवा हमला करने की धारा में एफआईआर दर्ज कर मुन्ना बाबा व अन्य दो साथियों को पकड़ लिया गया है. फरार चल रहे अन्य आरोपियों की तालाश की जा रही है. बहुत जल्द सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे.
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