लखनऊ: राजधानी में आशियाना थाना पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने दस हजार के इनामी दुष्कर्म के आरोपी को धर दबोचा है. अभियुक्त रोहित कुमार दुष्कर्म मामले में तीन सालों से फरार चल रहा था.
आरोपी हुआ गिरफ्तार
राजधानी में पुलिस कमिश्नर ने अपराध और अपराधियों पर अकुंश लगाने के लिए अभियान चलाया है. एसीपी डॉ. बीनू सिंह के नेतृत्व में थाना प्रभारी और थाना आशियाना संजय राय को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने दस हजार के इनामी दुष्कर्म के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने वर्ष 2017 में एक नाबालिग को बहला-फुसलाकर अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था. मुखबिर की सूचना पर इनामी आरोपी रोहित कुमार को किला चौराहे के पास से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी रोहित कुमार मूल रूप से बंगाली पट्टी थाना बिशुनपुरा जनपद कुशीनगर का रहने वाला है. यह अभियुक्त आशियाना थाना क्षेत्र के रतन खंड के पास झोपड़पट्टी में रहता है. अभियुक्त के ऊपर पहले से 363/366/376 पॉस्को एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत है और दस हजार का इनाम भी घोषित है.
लखनऊ: दुष्कर्म मामले में तीन साल से फरार चल रहा इनामी आरोपी गिरफ्तार
राजधानी लखनऊ में पुलिस ने तीन साल से फरार चल रहे इनामी आरोपी को धर दबोचा है. यह आरोपी 2017 में नाबालिग के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था. वहीं मुखबिर की सूचना पर पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजने की तैयारी में जुट गई है.
लखनऊ: राजधानी में आशियाना थाना पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने दस हजार के इनामी दुष्कर्म के आरोपी को धर दबोचा है. अभियुक्त रोहित कुमार दुष्कर्म मामले में तीन सालों से फरार चल रहा था.
आरोपी हुआ गिरफ्तार
राजधानी में पुलिस कमिश्नर ने अपराध और अपराधियों पर अकुंश लगाने के लिए अभियान चलाया है. एसीपी डॉ. बीनू सिंह के नेतृत्व में थाना प्रभारी और थाना आशियाना संजय राय को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने दस हजार के इनामी दुष्कर्म के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने वर्ष 2017 में एक नाबालिग को बहला-फुसलाकर अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था. मुखबिर की सूचना पर इनामी आरोपी रोहित कुमार को किला चौराहे के पास से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी रोहित कुमार मूल रूप से बंगाली पट्टी थाना बिशुनपुरा जनपद कुशीनगर का रहने वाला है. यह अभियुक्त आशियाना थाना क्षेत्र के रतन खंड के पास झोपड़पट्टी में रहता है. अभियुक्त के ऊपर पहले से 363/366/376 पॉस्को एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत है और दस हजार का इनाम भी घोषित है.