लखनऊ: राजधानी के केजीएमयू के शताब्दी फेस टू में बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बेहतर स्वास्थ सेवाएं देने और गंभीर मरीजों को सुलभ सेवाएं देने के लिए केजीएमयू के शताब्दी में रैंप बनाने का एलान किया था. सीएम योगी की इस घोषणा का असर भी केजीएमयू प्रशासन पर पड़ता नहीं दिख रहा है. केजीएमयू शताब्दी में अभी तक रैंप बनने का काम तक शुरू नहीं हुआ है.
प्रशासन का कहना है कि रैंप बनाने की प्रक्रिया चल रही है और जल्द ही काम शुरू हो जाएगा. केजीएमयू शताब्दी फेज टू में बने 10 मंजिला भवन में लिफ्ट और सीढ़ियां बनीं हैं, लेकिन रैंप नहीं है. शताब्दी के ग्राउंड फ्लोर पर रेडियो थैरेपी पहले तल पर है. ब्लड बैंक, पलमोनरी और मेडिसिन समेत अन्य विभागों का संचालन हो रहा है.
आपात स्थिति में मरीजों को बाहर निकालने के लिए यहां पर किसी भी तरह का कोई रैंप नहीं बनाया गया है. करीब 3 माह पहले शताब्दी फेस टू में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रैंप न होने पर उसके निर्माण की बात कही थी. 3 माह पहले ही केजीएमयू ने रैंप बनाने के लिए बजट की फाइल शासन को भेजी थी.
इस पूरे मामले पर चर्चा चल रही है और जल्द ही मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल पाएंगी.
-डॉ. सुधीर सिंह, प्रवक्ता, केजीएमयू