लखनऊ : प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित की पुस्तक विमोचन करने पहुंचे. इस अवसर पर उन्होंने अपने मजाकिया अंदाज से लोगों को खूब हंसाया. उन्होंने कहा कि वह भी एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर की तरह एक्सीडेंटल लेखक हैं और एक पुस्तक लिखने के दौरान उन्होंने खूब यातनाएं झेली हैं.
- राज्यपाल राम नाईक में हृदय नारायण दीक्षित की पुस्तक मधु अभिलाषा व हिंद स्वराज का पुनर्पाठ का विमोचन करने पहुंचे.
- इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि हृदय नारायण दीक्षित ने 28 पुस्तकें लिखी हैं और करीब 5000 से अधिक विभिन्न समाचार पत्रों में उनके लेख छपे हैं.
- उन्होंने बताया कि मैंने भी एक किताब लिखी है जिसके दौरान मुझे खूब दिक्कत का सामना करना पड़ा.
आजकल जिस प्रकार से चर्चा हो रही है एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर की, ठीक उसी तरह वह भी एक्सीडेंटल लेखक है और एक ही पुस्तक लिखने के दौरान उन्होंने यातनाएं झेली हैं, जिसका जिक्र वह स्वयं कर रहे हैं या फिर इसके बारे में उनकी पत्नी बता सकती हैं.
हृदय नारायण दीक्षित वह बहुत ही विनम्र स्वभाव के हैं, सरल हैं और उनके जैसा विनम्र व्यक्ति उन्होंने उत्तर प्रदेश में किसी दूसरे को नहीं देखा, वह लगातार लिखते रहते हैं और लोगों से मेल मुलाकात भी करते हैं. यह उनका सरल और सहज व्यवहार है.
- राम नाईक, राज्यपाल, उत्तर प्रदेश