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लखनऊ: राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने न्यायपालिका व्यवस्था पर उठाये सवाल - लखनऊ ताजा समाचार

लखनऊ में आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह बुधवार को न्यायालय में 12 साल से चल रहे केस की गवाही के सिलसिले में आये थे. न्यायालय में पेश हुए संजय सिंह ने न्यायिक और प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े किए.

राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने न्यापालिका व्यवस्था पर उठाये सवाल
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Published : Sep 19, 2019, 8:01 AM IST

लखनऊ: आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह बुधवार को न्यायालय में 12 साल से चल रहे केस की गवाही के सिलसिले में आये. राज्यसभा सांसद ने 12 साल पहले राज्य सूचना आयोग में एक बाबू के भ्रष्टाचार की शिकायत भ्रष्टाचार निवारण संगठन में की थी. तब से अभी तक यह मामला कोर्ट में लंबित है, जबकि रंगे हाथों बाबू 500 रुपये रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था. सस्पेंड के बाद गिरफ्तार हुआ था. यह मामला अभी तक न्यायालय में है. न्यायालय में पेश हुए संजय सिंह ने न्यायिक और प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े किये.

राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने न्यापालिका व्यवस्था पर उठाये सवाल.

12 साल पहले वर्ष 2007 में राज्य सूचना आयोग में हमारे एक मित्र सूचना की नकल मांगने आए थे. इस दौरान सूचना की नकल देने के लिए एक बाबू 500 रुपये घूस मांग रहा था. जिसकी शिकायत आयोग में ही भ्रष्टाचार निवारण संगठन में की गई थी. इसके बाद जांच टीम गठित की गई थी और 500 रुपये घूस लेते हुए पकड़ा था. उसकी गिरफ्तारी भी हो गई और वह सस्पेंड भी किया गया. अब तक 12 साल का यह मामला कोर्ट में चल ही रहा है. मैं केन्द्रीय कानून मंत्री जी से मांग करूंगा कि भ्रष्टाचार और बलात्कार जैसे मामले जल्दी निपटाए जा सकें इसके लिए अदालतों में जल्द सुनवाई की व्यवस्था जरूर की जाए.
-संजय सिंह, राज्यसभा सांसद, आम आदमी पार्टी

लखनऊ: आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह बुधवार को न्यायालय में 12 साल से चल रहे केस की गवाही के सिलसिले में आये. राज्यसभा सांसद ने 12 साल पहले राज्य सूचना आयोग में एक बाबू के भ्रष्टाचार की शिकायत भ्रष्टाचार निवारण संगठन में की थी. तब से अभी तक यह मामला कोर्ट में लंबित है, जबकि रंगे हाथों बाबू 500 रुपये रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था. सस्पेंड के बाद गिरफ्तार हुआ था. यह मामला अभी तक न्यायालय में है. न्यायालय में पेश हुए संजय सिंह ने न्यायिक और प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े किये.

राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने न्यापालिका व्यवस्था पर उठाये सवाल.

12 साल पहले वर्ष 2007 में राज्य सूचना आयोग में हमारे एक मित्र सूचना की नकल मांगने आए थे. इस दौरान सूचना की नकल देने के लिए एक बाबू 500 रुपये घूस मांग रहा था. जिसकी शिकायत आयोग में ही भ्रष्टाचार निवारण संगठन में की गई थी. इसके बाद जांच टीम गठित की गई थी और 500 रुपये घूस लेते हुए पकड़ा था. उसकी गिरफ्तारी भी हो गई और वह सस्पेंड भी किया गया. अब तक 12 साल का यह मामला कोर्ट में चल ही रहा है. मैं केन्द्रीय कानून मंत्री जी से मांग करूंगा कि भ्रष्टाचार और बलात्कार जैसे मामले जल्दी निपटाए जा सकें इसके लिए अदालतों में जल्द सुनवाई की व्यवस्था जरूर की जाए.
-संजय सिंह, राज्यसभा सांसद, आम आदमी पार्टी

Intro:12 साल बाद कोर्ट में गवाही के लिए पेश हुए सांसद संजय सिंह, न्यायिक व्यवस्था पर उठाए सवाल

लखनऊ। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह आज 12 साल बाद न्यायालय में एक गवाही के सिलसिले में पेश हुए। 12 साल पहले राज्य सूचना आयोग में एक बाबू के भ्रष्टाचार की शिकायत भ्रष्टाचार निवारण संगठन में की थी। तब से अभी तक यह मामला कोर्ट में लंबित है, जबकि रंगे हाथों बाबू ₹500 रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था। सस्पेंड भी हुआ था और गिरफ्तार भी, लेकिन मामला अभी में न्यायालय में है, ऐसे में 12 साल बाद न्यायालय में पेश हुए संजय सिंह ने न्यायिक और प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े किए।


Body:आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने बताया कि 12 साल पहले वर्ष 2007 में अपने मित्र के साथ राज्य सूचना आयोग में एक सूचना की नकल मांगने आए थे। इस दौरान सूचना की नकल देने के लिए वह बाबू ₹500 घूस मांग रहा था। जिसकी शिकायत आयोग में ही भ्रष्टाचार निवारण संगठन में की गई थी जिसके बाद जांच टीम गठित की गई थी और टीम ने उस बाबू को red-handed ₹500 घूस लेते हुए पकड़ा था। उसकी गिरफ्तारी भी हो गई और वह सस्पेंड भी किया गया, लेकिन अब तक 12 साल का यह मामला कोर्ट में चल ही रहा है। उसी सिलसिले में आज मुझे कोर्ट में उपस्थित होने को बुलाया गया। गवाह के तौर पर पेश हुआ लेकिन आज जब 12 साल बाद सुनवाई होनी थी तो जज ही मौजूद नहीं थे। ऐसे में फिर से आगे के लिए तारीख बढ़ गई। अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर कब उस पर कार्रवाई होगी कब सजा होगी। यह न्यायिक व्यवस्था पर बड़ा सवाल है। भला कोई भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ेगा भी तो कैसे। संजय सिंह ने न्यायिक और प्रशासनिक व्यवस्था पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि कानून मंत्री को इस और जरूर ध्यान देना चाहिए।


Conclusion:आप के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद से मांग की है कि भ्रष्टाचार और बलात्कार के ऐसे मामले जल्दी निपटाए जा सकें, इसके लिए अदालतों में जल्द सुनवाई की व्यवस्था जरूर की जाए, नहीं तो भ्रष्टाचार की लड़ाई लड़ पाना किसी के लिए भी संभव नहीं होगा। मेरा मामला एक जीता जागता उदाहरण है कि हमारे यहां न्यायिक व्यवस्था कितनी दुरुस्त है।

अखिल पांडेय, लखनऊ, 93368 64096
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