लखनऊ: आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह बुधवार को न्यायालय में 12 साल से चल रहे केस की गवाही के सिलसिले में आये. राज्यसभा सांसद ने 12 साल पहले राज्य सूचना आयोग में एक बाबू के भ्रष्टाचार की शिकायत भ्रष्टाचार निवारण संगठन में की थी. तब से अभी तक यह मामला कोर्ट में लंबित है, जबकि रंगे हाथों बाबू 500 रुपये रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था. सस्पेंड के बाद गिरफ्तार हुआ था. यह मामला अभी तक न्यायालय में है. न्यायालय में पेश हुए संजय सिंह ने न्यायिक और प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े किये.
12 साल पहले वर्ष 2007 में राज्य सूचना आयोग में हमारे एक मित्र सूचना की नकल मांगने आए थे. इस दौरान सूचना की नकल देने के लिए एक बाबू 500 रुपये घूस मांग रहा था. जिसकी शिकायत आयोग में ही भ्रष्टाचार निवारण संगठन में की गई थी. इसके बाद जांच टीम गठित की गई थी और 500 रुपये घूस लेते हुए पकड़ा था. उसकी गिरफ्तारी भी हो गई और वह सस्पेंड भी किया गया. अब तक 12 साल का यह मामला कोर्ट में चल ही रहा है. मैं केन्द्रीय कानून मंत्री जी से मांग करूंगा कि भ्रष्टाचार और बलात्कार जैसे मामले जल्दी निपटाए जा सकें इसके लिए अदालतों में जल्द सुनवाई की व्यवस्था जरूर की जाए.
-संजय सिंह, राज्यसभा सांसद, आम आदमी पार्टी