लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय की छात्रा ने महिलाओं और लड़कियों को सशक्त बनाने की पहल की है. आए दिन महिलाओं के खिलाफ बढ़ते वारदातों के खिलाफ खुद महिलाओं को तैयार करने की जरूरत है. इसी को ध्यान में रखकर झुग्गी झोपड़ी में रहने वाली लड़कियों और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय की छात्रा रैना शुक्ला महिलाओं को ताइक्वांडो की ट्रेनिंग दे रही है.
छात्रा रैना शुक्ला ने की पहल
लखनऊ विश्वविद्यालय की छात्रा रैना शुक्ल ताइक्वांडो की नेशनल प्लेयर हैं और ब्लैक बेल्ट भी. उन्होंने विश्वविद्यालय के साथियों के साथ मिलकर महिला सशक्तिकरण के लिए काम करना शुरू किया है. इसके तहत उन्होंने मलीन बस्तियों में रहने वाली बच्चियों और महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाने का बीड़ा उठाया है.
झुग्गी-झोपड़ियों की बच्चियों-महिलाओं पर फोकस
ईटीवी से बातचीत के दौरान रैना शुक्ल ने बताया कि आए दिन देश में लड़कियों और महिलाओं के साथ रेप और छेड़खानी जैसी घटनाएं हो रही हैं. ज्यादातर झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाली बच्चियां और महिलाएं मुसीबतों का सामना करती हैं. इसलिए हम लोग उन लोगों को ताइक्वांडो के जरिए सुरक्षा के गुर सिखा रहे हैं. उनको आज के समय में इन सब चीजों के सीखने की बहुत जरूरत है. उन्होंने बताया कि हम लोग इस अभियान में छोटी बच्चियों पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं. उनकी बॉडी काफी फ्लेक्सिबल होती है और वे हर एक स्टेप को बहुत अच्छे से कर सकती हैं.
एक साल पहले की थी शुरुआत
उन्होंने बताया कि हमने इसकी शुरुआत लगभग एक साल पहले की थी. इस अभियान में हमारे साथ काफी लड़कियां और महिलाएं जुड़ रही हैं. हम लोग 5 से 6 स्लम बस्तियों की महिलाओं और लड़कियों को ताइक्वांडो सिखाने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि वह आए दिन हो रही रेप और छेड़खानी जैसी घटनाओं से डरे नहीं उसका मुकाबला करें.