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पीएम के दौरे पर अयोध्या को नहीं चलाई स्पेशल ट्रेन, DRM का 2600 किमी दूर ट्रांसफर, उत्तर से दक्षिण भेजे गए

स्पेशल ट्रेन न चला पाने का डीआरएम को खामियाजा भुगतना पड़ा. उन्हें उत्तर से दक्षिण भेज दिया गया. चलिए जानते हैं इस बारे में.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 7, 2024, 11:40 AM IST

Updated : Jan 11, 2024, 6:19 AM IST

लखनऊ: उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) का कार्यभार शनिवार को एसएम शर्मा ने संभाल लिया. निवर्तमान मंडल रेल प्रबंधक डॉ. मनीष थपल्याल ने उन्हें कार्यभार सौंपा. डॉ. मनीष थपल्याल अब 2600 किमी दूर तिरुवनंतपुरम मंडल के डीआरएम होंगे. उनका तबादला हाल ही में उत्तर से दक्षिण भारत के लिए कर दिया गया. रेलवे के विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक डीआरएम डॉ मनीष थपल्याल को अयोध्या के लिए 30 दिसंबर को स्पेशल ट्रेन चला पाने में असमर्थता जताने का खामियाजा भुगतना पड़ा.


सूत्र बताते हैं कि उत्तर रेलवे के एक सीनियर अधिकारी ने डीआरएम को स्पेशल ट्रेन से रेलवे के लोगों को अयोध्या लाने के लिए कहा था, लेकिन इसकी व्यवस्था किए जाने में डीआरएम ने असमर्थता जताई. इससे सीनियर अफसर खफा हो गए और इसका नुकसान डीआरएम को अपने तबादले से उठाना पड़ गया. फिलहाल अब डॉ थपल्याल की जगह उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की कमान एसएम शर्मा को सौंप दी गई है.

रेलवे अधिकारियों के अनुसार यहां आने से पर्वू एसएम शर्मा दक्षिणी रेलवे के तिरुवनंतपुरम मंडल में डीआरएम के पद पर कार्यरत थे. बीते साल 9 मार्च 2023 को ही वे वहां भेजे गए थे. इससे पहले वह डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (डीएफसीसीआईएल) में समूह महाप्रबंधक (मैकेनिकल), मुख्य राजभाषा अधिकारी और हैवी हॉल इंस्टीट्यूट डीएफसीसीआईएल, नोएडा के डीन के अतिरिक्त प्रभार के साथ राष्ट्रीय भारतीय रेलवे अकादमी, वडोदरा में प्रबंधन में वरिष्ठ प्रोफेसर, रेलवे बोर्ड में निदेशक, ट्रैक्शन और उत्तर रेलवे में कई अन्य महत्वपूर्ण पदों पर पर तैनात रहे.


पदभार ग्रहण करने के बाद डीआरएम एसएम शर्मा ने मंडल के सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठककर मंडल में रेल से सम्बंधित प्रगतिशील विभिन्न विकास कार्यों और परियोजनाओं की जानकारी ली. उन्होंने सुरक्षित, संरक्षित और समयबद्ध रेल परिचालन को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की बात कही.

डीएफसीसीआईएल के ग्रुप जीएम के रूप में एसएम शर्मा ने आईआईएससी बंगलुरु के साथ एमओयू के तहत हॉट बॉक्स डिटेक्टरों के माध्यम से प्रौद्योगिकी प्रेरण और मशीन विजन निरीक्षण प्रणाली का प्रावधान प्राप्त किया. इसके बाद उन्होंने 'रोलिंग स्टॉक, क्रू और आपदा प्रबंधन से संबंधित परिचालन और नीतिगत मुद्दों के प्रबंधन पेपर प्रस्तुत किए. उन्होंने प्रतिष्ठित पत्रिकाओं और पुस्तकों में रेलवे प्रौद्योगिकी पर शोध पत्र प्रकाशित किए हैं. एसएम शर्मा भारतीय रेलवे मैकेनिकल इंजीनियर्स सेवा (आईआरएसएमई) 1991 बैच के अधिकारी हैं. उन्होंने सिंगापुर के ली कुआन यी स्कूल ऑफ पब्लिक पॉलिसी से लोक प्रशासन में स्नातकोत्तर किया है. ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से शेवनिंग सीआरआईएसपी स्कॉलर हैं. कोझिकोड के भारतीय प्रबंधन संस्थान से रणनीतिक प्रबंधन में पीएचडी (पीटी) कर रहे हैं.



ये भी पढ़ें: राम मंदिर के गर्भगृह में दिखेगा पूरा ब्रह्मांड, शेषनाग पर विराजमान हैं भगवान विष्णु

ये भी पढे़ंः अयोध्या एयरपोर्ट से घरेलू उड़ान शुरू, महेंद्र पांडे और नृपेंद्र मिश्रा पहली फ्लाइट से पहुंचे

लखनऊ: उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) का कार्यभार शनिवार को एसएम शर्मा ने संभाल लिया. निवर्तमान मंडल रेल प्रबंधक डॉ. मनीष थपल्याल ने उन्हें कार्यभार सौंपा. डॉ. मनीष थपल्याल अब 2600 किमी दूर तिरुवनंतपुरम मंडल के डीआरएम होंगे. उनका तबादला हाल ही में उत्तर से दक्षिण भारत के लिए कर दिया गया. रेलवे के विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक डीआरएम डॉ मनीष थपल्याल को अयोध्या के लिए 30 दिसंबर को स्पेशल ट्रेन चला पाने में असमर्थता जताने का खामियाजा भुगतना पड़ा.


सूत्र बताते हैं कि उत्तर रेलवे के एक सीनियर अधिकारी ने डीआरएम को स्पेशल ट्रेन से रेलवे के लोगों को अयोध्या लाने के लिए कहा था, लेकिन इसकी व्यवस्था किए जाने में डीआरएम ने असमर्थता जताई. इससे सीनियर अफसर खफा हो गए और इसका नुकसान डीआरएम को अपने तबादले से उठाना पड़ गया. फिलहाल अब डॉ थपल्याल की जगह उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की कमान एसएम शर्मा को सौंप दी गई है.

रेलवे अधिकारियों के अनुसार यहां आने से पर्वू एसएम शर्मा दक्षिणी रेलवे के तिरुवनंतपुरम मंडल में डीआरएम के पद पर कार्यरत थे. बीते साल 9 मार्च 2023 को ही वे वहां भेजे गए थे. इससे पहले वह डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (डीएफसीसीआईएल) में समूह महाप्रबंधक (मैकेनिकल), मुख्य राजभाषा अधिकारी और हैवी हॉल इंस्टीट्यूट डीएफसीसीआईएल, नोएडा के डीन के अतिरिक्त प्रभार के साथ राष्ट्रीय भारतीय रेलवे अकादमी, वडोदरा में प्रबंधन में वरिष्ठ प्रोफेसर, रेलवे बोर्ड में निदेशक, ट्रैक्शन और उत्तर रेलवे में कई अन्य महत्वपूर्ण पदों पर पर तैनात रहे.


पदभार ग्रहण करने के बाद डीआरएम एसएम शर्मा ने मंडल के सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठककर मंडल में रेल से सम्बंधित प्रगतिशील विभिन्न विकास कार्यों और परियोजनाओं की जानकारी ली. उन्होंने सुरक्षित, संरक्षित और समयबद्ध रेल परिचालन को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की बात कही.

डीएफसीसीआईएल के ग्रुप जीएम के रूप में एसएम शर्मा ने आईआईएससी बंगलुरु के साथ एमओयू के तहत हॉट बॉक्स डिटेक्टरों के माध्यम से प्रौद्योगिकी प्रेरण और मशीन विजन निरीक्षण प्रणाली का प्रावधान प्राप्त किया. इसके बाद उन्होंने 'रोलिंग स्टॉक, क्रू और आपदा प्रबंधन से संबंधित परिचालन और नीतिगत मुद्दों के प्रबंधन पेपर प्रस्तुत किए. उन्होंने प्रतिष्ठित पत्रिकाओं और पुस्तकों में रेलवे प्रौद्योगिकी पर शोध पत्र प्रकाशित किए हैं. एसएम शर्मा भारतीय रेलवे मैकेनिकल इंजीनियर्स सेवा (आईआरएसएमई) 1991 बैच के अधिकारी हैं. उन्होंने सिंगापुर के ली कुआन यी स्कूल ऑफ पब्लिक पॉलिसी से लोक प्रशासन में स्नातकोत्तर किया है. ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से शेवनिंग सीआरआईएसपी स्कॉलर हैं. कोझिकोड के भारतीय प्रबंधन संस्थान से रणनीतिक प्रबंधन में पीएचडी (पीटी) कर रहे हैं.



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Last Updated : Jan 11, 2024, 6:19 AM IST
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