लखनऊः लॉकडाउन के बीच राजधानी मंडल के रेलवे कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर मालगाड़ियों का सुरक्षित संचालन कर रहे हैं. ऐसे में उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल ने अपने रनिंग स्टाफ की अतिरिक्त सुरक्षा के दृष्टिगत उन्हें अपनी ड्यूटी पर जाते समय एक विशेष किट उपलब्ध कराई है, जिसमें सैनिटाइजर, मास्क, दस्ताने व साबुन इत्यादि सामग्री है.
रेलवे कर्मी निभा रहे अपनी महत्वपूर्ण भूमिका
लॉकडाउन के दौरान आमजनमानस को किसी तरह की कोई समस्या न हो इसके लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. वहीं इस दौरान रेलवे कर्मी भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है. दरअसल इन्हीं कर्मचारियों की वजह से आम जनता को दाल, गेहूं, चावल, नमक, सब्जियां, दवा, दूध व कोयले जैसी आवश्यक वस्तुएं बिना किसी देरी के देश के विभिन्न हिस्सों में पहुंचाई जा रही हैं.
इसे भी पढ़ें- लखीमपुर खीरी: कोरोना के डर से पीएचसी प्रभारी ने सीएमओ को भेजा इस्तीफा, खुद को किया क्वरंटाइन
नियमित रखरखाव कर 24 घण्टे देश की सेवा
रेलवे कर्मचारी कोरोना वायरस से पैदा होने वाली समस्याओं से डर नहीं रहे हैं, बल्कि इसे एक चुनौती के रूप में ले रहे हैं. लोको पायलट, गार्ड, गैंग मैन, स्टेशनमास्टर और नियंत्रण कक्ष के कर्मचारी अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं. मण्डल के महत्वपूर्ण स्टेशनों के सिग्नल और दूरसंचार विभाग के हजारों रेलवे कर्मचारी फील्ड सिग्नल, पॉइंट, ट्रैक सर्किट आदि का नियमित रखरखाव कर 24 घण्टे देश की सेवा कर रहे हैं.
संकेत व दूरसंचार विभाग निभा रहा महत्वपूर्ण भूमिका
उत्तर रेलवे के सीनियर डीसीएम जगतोष शुक्ला कहते हैं कि, गाड़ियों के सुरक्षित संचालन में सिग्नल की एक अहम् भूमिका है, जो गाड़ियों की आवाजाही को नियंत्रित करता है. सामान्य दिनों में यह देखा जा सकता है कि एक छोटी सी तकनीकी खराबी गाड़ियों की आवाजाही को रोक सकती है, जब तक कि सिग्नल विभाग के कर्मचारी खराबी को ठीक नहीं कर लेते. वर्तमान समय में पूरा देश लॉकडाउन का पालन कर रहा है. लॉकडाउन में भी मालगाड़ी ट्रेनें अभी भी समय पर चल रही हैं. इनके सुरक्षित संचालन में संकेत व दूरसंचार विभाग बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.