लखनऊ : लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद ने शुक्रवार को लोक निर्माण विभाग मुख्यालय में आयोजित प्रशिक्षण कार्यशाला में कहा कि उत्तर प्रदेश में दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सड़क निर्माण में नई तकनीकों का इस्तेमाल किया जाएगा. अवैध कट (Illegal cuts will be closed) बंद कराए जाएंगे. जगह-जगह पथ प्रदर्शकों का इस्तेमाल होगा. इसके अलावा सड़क में रहने वाली तकनीकी कमियों (technical glitches on roads) को दूर करने के हर संभव प्रयास किए जाएंगे. यह कार्यशाला इन्हीं सब बदलावों का एक हिस्सा है और ऐसी कार्यशालाओं के जरिए अभियंताओं को प्रशिक्षित किया जाता रहेगा. उन्होंने कहा कि गड्ढा मुक्ति का अभियान एक समय तक चला है. इसके बावजूद अभियंताओं को स्पष्ट आदेश है कि कहीं भी गड्ढे ना हो. पीडब्ल्यूडी की सड़क लगातार दुरुस्त की जाती रहें.
सुरक्षा एवं ब्लैक स्पॉट के अल्पकालिक सुधारीकरण के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर जितिन प्रसाद यहां आए हुए थे. इस अवसर पर लोक निर्माण राज्य मंत्री बृजेश सिंह (Minister of State for Public Works Brijesh Singh) भी उपस्थिति रहे. लोनिवि मुख्यालय स्थित तथागत सभागार में यह प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जा रहा है. जहां लोक निर्माण विभाग के प्रदेशभर के अभियंता प्रशिक्षण के लिए आए हुए हैं. मार्गों पर बढ़ते एक्सीडेंट को लेकर या प्रशिक्षण कार्यशाला बहुत महत्वपूर्ण बताई जा रही है. जैसा कि मुख्यमंत्री अपने समय-समय पर दिए गए भाषणों में कह चुके हैं कि कोरोना से उतनी मौत नहीं हुई थी, जितने लोग 1 साल में उत्तर प्रदेश में एक्सीडेंट से मर जाते हैं. इसके बाद पीडब्ल्यूडी ने इस संबंध में गंभीर प्रयास करने शुरू कर दिए हैं. जिसमें मुख्य रुप से रास्तों पर ब्लैक स्पॉट का चयन करना.
मार्ग प्रकाश की बेहतर व्यवस्था : पथ प्रदर्शकों का बेहतर इस्तेमाल करने को लेकर अलग-अलग बातें इस प्रशिक्षण कार्यशाला में की गई हैं. जहां विशेषज्ञों के व्याख्यानों के जरिए अभियंताओं को अपडेट किया गया है. जितिन प्रसाद ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में मार्ग दुर्घटनाओं में लोगों के हताहत होने और उनकी मौत होने को लेकर बहुत चिंतित हैं. इसलिए लोक निर्माण विभाग लगातार इस दिशा में काम कर रहा है. उत्तर प्रदेश की सड़कों पर सभी अवैध कटों को बंद कराने का अभियान चलाया जाएगा. इसके अलावा हम जगह-जगह मार्ग प्रदर्शक लगाएंगे. लोक निर्माण विभाग के राज्यमंत्री ने कहा कि निश्चित तौर पर इस तरह की कार्यशालाएं अभियंताओं को समय-समय पर नई तकनीकों से अपडेट कराने को लेकर काफी लाभप्रद होती हैं. हमारी सरकार लगातार इसी प्रयास में रहती है कि सड़कों को अधिक से अधिक सुरक्षित बनाया जाए.