लखनऊ: राजधानी में रविवार को दूसरे इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया. इस इन्वेस्टर्स समिट में कई निवेशक पहुंचे थे. वहीं इस पर सवाल उठाते हुए प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि पहले इन्वेस्टर्स समिट में जो सरकार ने कहा वह अब तक पूरा नहीं हो पाया है. सरकार दो लाख रोजगार भी सृजित नहीं कर पाई है जो पूरी तरह से सरकार की नाकामी को दिखाता है.
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि ऐसा नहीं है कि इन्वेस्टर्स समिट पहले नहीं होता था. पिछली सरकारों ने ही इस इन्वेस्टर्स समिट की नींव रख दी थी. शिवपाल सिंह यादव ने जिस तरीके से फोरलेन कनेक्टिविटी की योजना बनाई थी. हर जिला मुख्यालय को फोरलेन से कनेक्ट किया जाए और उन्होंने किया भी था. वहीं 'वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट' के लिए अवध ग्राम शिल्पी योजना बनाई गई.
जिस तरीके से 21 और 22 फरवरी 2018 को पहली इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन में देश के प्रधानमंत्री भी पहुंचे थे और एमओयू पर 900 निवेशकों ने हस्ताक्षर किए थे. वहीं 4.6 करोड़ का निवेश करने की बात सरकार ने भी कहीं थी. सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कहा था कि इस इन्वेस्टर्स समिट से 20 लाख रोजगार का सृजन होगा. हमें लगता है कि दो लाख रोजगार भी सरकार सृजित नहीं कर पाई है. जो पूरी तरह से सरकार की नाकामी को दिखाता है.
- अरविंद कुमार, प्रवक्ता, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी